मोदी सरकार की वापसी से इस शेयर में बढ़ेगा विदेशी निवेशकों का भरोसा
केंद्र में मोदी सरकार की एक फिर जोरदार ढंग से वापसी होने जा रही है. शेयर बाजार में ज्यादातर निवेशक और खासतौर से विदेशी निवेशक भारत में एक मजबूत सरकार चाहते थे. ऐसे में मोदी सरकार की वापसी की स्थिति उनके लिए अनुकूल है. माना जा रहा है कि विदेशी निवेशक आने वाले दिनों अपना एक्सपोजर बढ़ा सकते हैं. ऐसा ही एक शेयर है भारती इंफ्राटेल (Bharti Infratel). इसे विदेशी निवेशकों का पसंदीदा शेयर कहा जा सकता है.
केंद्र में मोदी सरकार की एक फिर जोरदार ढंग से वापसी होने जा रही है. शेयर बाजार में ज्यादातर निवेशक और खासतौर से विदेशी निवेशक भारत में एक मजबूत सरकार चाहते थे. ऐसे में मोदी सरकार की वापसी की स्थिति उनके लिए अनुकूल है. माना जा रहा है कि विदेशी निवेशक आने वाले दिनों अपना एक्सपोजर बढ़ा सकते हैं. ऐसा ही एक शेयर है भारती इंफ्राटेल (Bharti Infratel). इसे विदेशी निवेशकों का पसंदीदा शेयर कहा जा सकता है.
कारोबारियों के मुताबिक भारती इंफ्राटेल खरीदारी हो सकती है. पिछली तीन तिमाहियों से इसमें एफआईआई (foreign institutional investor) की हिस्सेदारी करीब 2 प्रतिशत बढ़ी है. भारती इंफ्राटेल में एफआईआई की होल्डिंग वित्त वर्ष 2019 की पहली तिमाही में 42.20 प्रतिशत थी, जो चौथी तिमाही में बढ़कर 43.90 प्रतिशत हो गई. इसके बावजूद स्टॉक करीब 13 प्रतिशत गिर गया है. इसलिए इसकी वैल्युएशन आकर्षक लग रही है.
इसके अलावा कुछ और वजहें भी हैं जिसके चलते भारती इंफ्राटेल आने वाले दिनों में अच्छे रिटर्न दे सकता है. भारती इंफ्राटेल एक मात्र लिस्टेड टावर कंपनी है. इसलिए उसके सामने कंप्टीशन बहुत कम है. साथ ही भारती इंफ्राटेल और इंडस टावर का विलय जून अंत तक हो सकता है. इसके बाद कंपनी के पास सभी 22 क्षेत्रों में पहुंच आ जाएगी और कंपनी के पास 1.63 लाख से अधिक टावर का बड़ा नेटवर्क होगा.
टेलीकॉम कंपनियां नेटवर्क कवरेज बढ़ाने के लिए इन टावर कंपनियों से टाईअप करती हैं. इस लिहाज से वोडाफोन आइडिया और भारती एयरटेल के विस्तार से सीधा फायदा इस कंपनी को होगा. कंपनी की आय लगातार बढ़ रही है. भारती इंफ्राटेल की आय वित्त वर्ष 2017 में करीब 6085 करोड़ रुपये थी, जो 2019 में बढ़कर 6826 हो गई. इसके अलावा कई ब्रोकरेज ने इस शेयर पर खरीदारी की राय दी है.