MCX New Trading platform: कमोडिटी एक्‍सचेंज MCX फिलहाल 3 अक्‍टूबर से नए ट्रेडिंग प्‍लेटफॉर्म पर शिफ्ट नहीं होगा. मार्केट रेगुलेटर सेबी से MCX को ट्रेडिंग प्‍लैटफॉर्म टालने का सुझाव दिया था. मद्रास HC में मामला लंबित होने के चलते यह सुझाव था. कमोडिटी डेरिवेटिव्‍स (CDP) मामले में चेन्‍नई फाइनेंशियल मार्केट्स एंड अकाउंटबिलिटी (CFMA) की याचिका लंबित है. 

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MCX की ओर से 27 सितंबर को सर्कुलर जारी कर नए प्‍लैटफॉर्म पर शिफ्ट होने की जानकारी दी गई. इस बदलाव को मार्केट रेगुलेटर सेबी और एक्‍सचेंज बोर्ड मंजूरी मिल गई थी. MCX की पूरी ट्रेडिंग TCS के नए ट्रेडिंग प्‍लेटफॉर्म पर शिफ्ट होनी है. अब तक 63 Moons की टेक्‍नोलॉजी पर ट्रेडिंग हो रही थी. 

एक्‍सचेंज ने TCS को चुना टेक पार्टनर 

MCX का सितंबर 2014 में 63 Moon के साथ करार हुआ था. यह करार सितंबर 2022 तक के लिए था. सितंबर 2022 के बाद 63 Moon को कई बार एक्सटेंशन मिला. एक्सचेंज ने सितंबर 2021 में TCS को टेक्नोलॉजी पार्टनर के लिए चुना था. MCX को TCS के साथ लागत कम होने की उम्मीद थी. 

जुलाई 2023 में 63 Moon के साथ  कॉन्ट्रैक्ट फिर 6 महीने के लिए बढ़ाया गया था. दिसंबर 2023 तक के लिए कॉन्ट्रैक्ट बढ़ाया था. नए कॉन्‍ट्रैक्‍ट में हर तिमाही में 63 Moon को करीब 125 करोड़ का भुगतान हुआ. मार्च तिमाही में करीब 87 करोड़  का किया भुगतान हुआ था. 

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