घरेलू शेयर बाजारों (Share Market) में इस सप्ताह कुछ बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजों की वजह से उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. विशेषज्ञों का कहना है कि आम चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान इसी सप्ताह होना है जिससे निवेशक बाजार से ‘बाहर’ रह सकते हैं. इसके अलावा रुपये, कच्चे तेल और विदेशी पूंजी के प्रवाह से भी कारोबारी धारणा प्रभावित होगी. 

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मतदान पर निवेशकों की नजर

सैंक्टम वेल्थ मैनेजमेंट के मुख्य निवेश अधिकारी सुनील शर्मा ने कहा, ‘‘इस सप्ताह बाजार की दिशा काफी हद तक लोकसभा चुनाव के लिए मतदान से होगी. आम चुनाव के नतीजे अगले पांच वर्ष के लिए राजकोषीय नीति और वृहद आर्थिक नीति तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.’’ विश्लेषकों का मानना है कि चुनावी सीजन समाप्त होने तक कुछ निवेशक सतर्कता बरत सकते हैं.

कंपनी परिणाम आने वाले हैं

शर्मा ने कहा कि इन्फोसिस और टीसीएस से तिमाही नतीजे शुरू होंगे. इससे निश्चित रूप से वैश्विक स्तर पर प्रौद्योगिकी मांग के बारे में संकेत मिलेगा. आईटी क्षेत्र की कंपनियों टीसीएस और इन्फोसिस के तिमाही नतीजे 12 अप्रैल को आएंगे.

मतदान डाल सकता है असर

कोटक सिक्योरिटीज लि. की उपाध्यक्ष (पीसीजी रिसर्च) टीना विरमानी ने कहा, ‘‘बाजार की धारणा बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही के नतीजों के अलावा चुनाव से भी तय होगी. हमारा मानना है कि 2018-19 से कंपनियों के बेहतर परिणामों का जो सिलसिला शुरू हुआ है वह इस वित्त वर्ष में भी जारी रहेगा.’’ वैश्विक स्तर पर अमेरिका चीन व्यापार वार्ता की भूमिका भी महत्वपूर्ण होगी. 

बड़े शेयरों का प्रदर्शन सुधरा

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के प्रमुख (पीसीजी अनुसंधान एवं पूंजी बाजार रणनीति) वी के शर्मा ने कहा, ‘‘मार्च, 2019 में कई बड़े शेयरों ने अच्छा प्रदर्शन किया और अब इस महीने में उनमें करेक्शन हो रहा है. ऐसे में इस बात की काफी संभावना है कि सप्ताह के दौरान बाजार लाभ के रुख से शुरू होगा.’’ बीते सप्ताह बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 182.32 अंक या 0.48 प्रतिशत और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 42.05 अंक या 0.36 प्रतिशत लाभ में रहा.