Market Outlook की बात करें तो घरेलू शेयर बाजार में इस सप्ताह उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. बाजार की दिशा वैश्विक रुख, रुपये और कच्चे तेल की कीमतों से तय होगी. विशेषज्ञों ने यह बात कही. उन्होंने कहा कि निवेशकों की नजर शुक्रवार को जारी होने वाले सितंबर तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के आंकड़ों पर भी रहेगी. एपिक रिसर्च के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) मुस्तफा नदीम ने कहा कि भारतीय शेयर बाजार के लिये जीडीपी के आंकड़े सबसे अहम होंगे. इन आंकडों से मोटे तौर पर कुछ समय के लिये यह संकेत मिलेंगे कि आने वाले महीनों में आर्थिक परिदृश्य कैसा रहेगा.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ समेत प्रमुख राज्यों में विधानसभा चुनाव हैं और काफी कुछ इनके नतीजों पर भी निर्भर करेगा. इसके अलावा रुपये की चाल और कच्चे तेल के दाम भी कारोबारी धारणा को प्रभावित करेंगे.

सैमको सिक्योरिटीज और स्टॉकनोट के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) जिमीत मोदी ने बताया कि इस सप्ताह बाजार के तय दायरे में रहने की उम्मीद है. दिसंबर के दूसरे सप्ताह में विधानसभा चुनाव के परिणामों से बाजार को दिशा मिल सकती है. लेकिन तब बाजार में उतार-चढ़ाव रह सकता है.

वैश्विक बाजार की फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक के विवरण (मिनट) पर नजर रहेगी. BSE का सेंसेक्स पिछले सप्ताह 476.14 अंक गिरकर 34,981.02 अंक पर बंद हुआ था. शुक्रवार को 'गुरुनानक जयंती' के अवसर पर शेयर बाजार बंद रहे.