FY23 के आखिर तक सेंसेक्स, निफ्टी दिखा सकते हैं नई ऊंचाई; क्रूड और कमोडिटी की कीमतें मार्केट के लिए बड़ी चुनौती
Market Outlook: FY23 अंत तक निफ्टी50 की फेयर वैल्यू 19,000 के आसपास हो सकती है. वहीं, अर्निंग्स ग्रोथ 20 फीसदी रहने की उम्मीद है.
Market Outlook: जियोपॉलिटिकल टेंशन के बीच क्रूड-कमोडिटी की कीमतों में तेजी और सख्त मौद्रिक नीतियों को लेकर चिंता बनी हुई है. अगले एक साल बाजार में यह चुनौतियां बनी रह सकती हैं. मौजूदा हालात में वित्त वर्ष 2022-23 के आखिर तक सेंसेक्स और निफ्टी नई ऊंचाई दिखा सकते हैं. निफ्टी50 19,000 की फेवर वैल्यू दिखा सकता है. वहीं, इस दौरान निफ्टीटीमें 20 फीसदी की अर्निंग्स ग्रोथ रहने की उम्मीद है. एमके इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज (Emkay) ने वित्त वर्ष 2023 के लिए अपने मार्केट आउटलुक में यह अनुमान जारी किया है. रिसर्च फर्म का कहना है कि अर्निंग्स के नजरिए से ऑयल एंड गैस, IT, मेटल और बैंकिंग में ग्रोथ अच्छी रह सकती है.
इन 6 शेयरों से तगड़ा मुनाफा
एमके की रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2022 में निफ्टी50 का नेट प्रॉफिट बढ़ा है. इसमें ऑयल एंड गैस और मेटल सेक्टर से तगड़ा सपोर्ट मिला है. वित्त वर्ष 2022 में निफ्टी का दो-तिहाई नेट प्रॉफिट 6 स्टॉक्स Tata Steel, JSW Steel, RIL, ONGC, SBI और Airtel से आ सकता है. इसी तरह का पैटर्न वित्त वर्ष 2023 में देखने को मिल सकता है. रिपोर्ट के मुताबिक, तेल के भाव अहम फैक्टर बने रहेंगे.
एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज के सीईओ (इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज) नीरव सेठी का कहना है कि जियोपॉलिटिकल टेंशन के चलते तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव एक बड़ी चिंता बनी रहेगी. तेल की कीमतों में उछाल से ToT (टर्म्स ऑफ ट्रेड) और उसका जीडीपी पर असर दिखाई दे सकता है. अगर तेल की कीमतें औसतन 100 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर बनी रहती हैं, तो वित्त वर्ष 2023 में CAD-to-GDP रेश्यो 3 फीसदी हो सकता है. उनका कहना है कि वित्त वर्ष 2023 की पहली छमाही में RBI कम से कम 'अकोमेडिटव' रुख बनाए रख सकता है. हालांकि, कमोडिटी की कीमतें लंबे समय तक ऊपर बनी रहती है, तो रिजर्व बैंक महंगाई को लेकर एक्शन ले सकता है. इसका असर ग्रोथ पर भी पड़ सकता है.
एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज के हेड (इंस्टीट्यूशनल रिसर्च) संजय चावला का कहना है कि क्रूड-कमोडिटी के दाम, सख्त पॉलिसी अगले 12 महीने मार्केट के लिए बड़ी चुनौती हैं. दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों की ओर से सख्त मौद्रिक नीति एक बड़ी चिंता है. वहीं, शॉर्ट टर्म में घरेलू स्तर पर LIC IPO लिक्विडिटी पर असर डॉल सकता है. उनका कहना है कि वित्त वर्ष 2023 तक निफ्टी50 करीब 19,000 का फेयर वैल्यू दिखा सकता है. वहीं, निफ्टी50 की एग्रीगेट प्रॉफिट ग्रोथ वित्त वर्ष 2023 में करीब 20 फीसदी रह सकती है.
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इन 4 सेक्टर से आएगी अर्निंग्स!
रिपोर्ट के मुताबिक, निफ्टी का करीब 70 फीसदी एग्रीगेट प्रॉफिट 4 बड़े सेक्टर बैंक्स, ऑयल एंड गैस, आईटी सर्विसेज और मेटल्स/माइनिंग से आता है. बैकों के अलावा अन्य तीनों बड़े सेक्टर्स (केवल निफ्टी स्टॉक्स) से अर्निंग्स में उछाल आने की उम्मीद है. हालांकि, एग्रीगेट अर्निंग्स में मामूली कटौती (3-4%) के बावजूद वित्त वर्ष 2023 में बैंकिंग सेक्टर निफ्टी50 के नेट प्रॉफिट में लीड सेक्टर बना रहेगा.
(डिस्क्लेमर: शेयर बाजार में निवेश बाजार की जोखिमों के अधीन हैं. निवेश से पहले अपने स्तर पर पड़ताल कर लें या अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)