ब्रेकआउट मूड में बाजार, निफ्टी50 में आ सकता है उछाल, रिटर्न के लिए अपनाएं ये स्ट्रैटजी
Stock Market: Nifty50 Equal weighted index 10 महीने के कंसोलिडेशन से ट्रेडिंग रेंज में बदलाव का संकेत दे रही है और आने वाले दिनों में मिनिमम 14 फीसदी ग्रोथ की उम्मीद है.
Stock Market: ग्लोबल मार्केट में उथल-पुथल के बावजूद बीते एक महीने में भारतीय शेयर बाजारों (Stock Market) में अच्छी रिकवरी आई है. पिछले महीने जून के निचले स्तर से निफ्टी 50 में 14 फीसदी की रिकवरी आई है. उतार-चढ़ाव के बावजूद जुलाई बाजार के लिए एक रिकवरी वाला महीना रहा. मार्केट एक्सपर्ट के मुताबिक, मार्केट ब्रेकआउट मूड में है. निफ्टी50 17250 के रेजिस्टेंस लेवल से आगे निकलने पर बाजार का डायनेमिक्स अचानक बदल गया है. ब्रेकआउट का बड़ा महत्व है क्योंकि यह ब्रॉडर मार्केट इंडेक्स खासकर Nifty50 Equal Weighted Index द्वारा समर्थित है. आने वाले दिनों में निफ्टी50 में 14 फीसदी का सेफ रिटर्न मिल सकता है.
बता दें कि Nifty50 इंडेक्स के सभी 50 शेयरों को समान वेट देकर Nifty50 Equal Weighted Index बनाया गया है. निफ्टी50 में जहां टॉप 10 शेयरों में लगभग 50% वेट होता है, वहीं Nifty50 Equal Weighted Index में सभी 50 स्टॉक में 2% वेट होते हैं.
14 फीसदी आ सकता है उछाल
नक्षत्र अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड के फंड मैनेजर और इंडेक्स जीनियस इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स के डायरेक्टर अमित हरचेकर का कहना है कि इस बार Nifty50 Equal Weighted Index ने ब्रॉडिंग डेसेंडिंग वेज से ब्रेकआउट किया है, जिससे नियर टर्म में 14 फीसदी का उछाल आ सकता है. Nifty50 Equal Weighted Index एफआईआई के लिए निवेश के केंद्र के रूप में काम कर सकता है क्योंकि वे भारत में सर्वश्रेष्ठ 50 कंपनियां बनाते हैं और इसलिए आने वाले दिनों में FII खरीदारी दिख सकती है.
कैसे करें निवेश?
उन्होंने कहा, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों के पोर्टफोलियो को निफ्टी50 पर शिफ्ट करने की सलाह होगी और आने वाले दिनों में 14 फीसदी का सेफ रिटर्न पा सकेंगे. Nifty50 Equal weighted index 10 महीने के कंसोलिडेशन से ट्रेडिंग रेंज में बदलाव का संकेत देती है और आने वाले दिनों में मिनिमम 14 फीसदी ग्रोथ की उम्मीद कर सकते हैं.
छह दिन में निवेशकों की दौलत 13.53 लाख करोड़ बढ़ी
शेयर बाजारों में छह दिन की तेजी के चलते निवेशकों की दौलत में करीब 13.53 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ. विदेशी फंड का प्रवाह बढ़ने और सकारात्मक वैश्विक रुझानों के चलते बाजार मजबूत हुए. शेयर बाजार में सकारात्मक रुख के चलते बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप छह दिन में 13.53 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 271.08 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया.