रुपये की चाल से तय होगी बाजार की दिशा, रहेगा मंदी का माहौल
भारत में इस साल अगस्त महीने में औद्योगिक उत्पादन का क्या हाल रहा, इसके आंकड़े 12 अक्टूबर को जारी हो सकते हैं.
डॉलर के मुकाबले रुपये के गिरते स्तर से देश की आर्थिक व्यवस्था पर लगातार चोट लग रही है. जैसे-जैसे रुपये के मुकाबले डॉलर मजबूत हुआ है, भारतीय बाजार में मंदी का संकट देखने को मिला है. जानकार बताते हैं कि मंदी का यह दौर अभी आगे भी जारी रहेगा. भारतीय शेयर बाजार में पिछले सप्ताह भारी गिरावट आने के बाद इस सप्ताह भी मंदी का माहौल बने रहने की संभावना है, लेकिन बाजार की चाल आगे जारी होने वाले आर्थिक आंकड़ों से तय होगी.
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की तेजी या नरमी और डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल से बाजार को दिशा मिल सकती है. वहीं, गिरावट पर लिवाली बढ़ने की संभावना है, जिससे बाजार को बल मिलेगा. साथ ही राजनीतिक घटनाटक्रमों का भी बाजार पर असर दिखेगा. भारतीय मुद्रा रुपये में बीते सप्ताह रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई. रुपया डॉलर के मुकाबले 74.23 तक लुढ़क गया. भारतीय रिजर्व बैंक के रुख में बदलाव से बीते सप्ताह बाजार पर जो असर दिखेगा, वह आगे भी जारी रह सकता है. इस सप्ताह भी रुपये की चाल से शेयर बाजार प्रभावित होगा और कच्चे तेल के दाम का भी बाजार पर असर होगा.
इसके अलावा, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों व घरेलू संस्थागत निवेशकों द्वारा किए जाने वाले निवेश का भी प्रभाव बाजार पर देखने को मिलेगा. इस सप्ताह देश की प्रमुख आईटी कंपनी टीसीएस 11 अक्टूबर को दूसरी तिमाही के परिणाम जारी कर सकते हैं.
जानकार बताते हैं कि इस सप्ताह जारी होने वाले घरेलू और वैश्विक आर्थिक आंकड़ों से भारतीय शेयर बाजार की चाल तय होगी. भारत में इस साल अगस्त महीने में औद्योगिक उत्पादन का क्या हाल रहा, इसके आंकड़े 12 अक्टूबर को जारी हो सकते हैं. मालूम हो कि जुलाई 2018 में देश का औद्योगिक उत्पादन में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 6.6 फीसदी बढ़ा था.
इसके अलावा उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर सितंबर महीने कितनी रही, यह भी इसी सप्ताह जानने को मिलेगी. सीपीआई आधारित महंगाई दर के आंकड़े 12 अक्टूबर को आ सकते हैं. पिछले महीने अगस्त में सीपीआई आधारित महंगाई दर 3.69 फीसदी थी, जबकि जुलाई में महंगाई दर 4.17 फीसदी दर्ज की गई थी.
वहीं, विदेशों में भी इस सप्ताह कई आर्थिक आंकड़े जारी होने वाले हैं, जिनसे दुनिया के प्रमुख शेयर बाजारों को दिशा मिलेगी और उसका असर भारतीय शेयर बाजार पर भी दिखेगा.
कैक्सिन चाइना कंपोजिट पीएमआई के सितंबर के आंकड़े आठ अक्टूबर हो जारी होंगे. इसी दिन कैक्सिन चाइना सर्विसेस पीएमआई के आंकड़े भी आएंगे.
उधर, मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनावों की घोषणा हो चुकी है. चुनावी माहौल में देश की राजनीतिक गलियारे में होने वाली हलचलों का भी आगे बाजार पर असर होगा.
(इनपुट आईएएनएस से)