LIC: रिकॉर्ड निचले स्तर पर स्टॉक, 1.5 लाख करोड़ से ज्यादा का मार्केट कैप साफ; निवेशक खरीदें, बेचें या होल्ड करें
LIC Stocks performance: LIC के स्टॉक में गिरावट नहीं थम रही है. 10 जून के कारोबार में स्टॉक में 1.7 फीसदी की तगड़ी गिरावट लेकर बंद हुआ. स्टॉक ने सेशन के दौरान नया ऑल टाइम लो (708.05 रुपये) बनाया.
LIC Stocks performance: LIC के स्टॉक 10 जून 2022 को रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गए. आईपीओ की लॉक-इन एक्सपायरी के चलते आज शुरुआती सेशन में स्टॉक दबाव में रहा. कारोबार के आखिर में शेयर 1.70 फीसदी टूटकर 709.40 रुपये पर बंद हुआ. इससे पहले, सेशन में शेयर ने NSE पर 708.05 रुपये का रिकॉर्ड लो बनाया. एलआईसी के शेयर में लिस्टिंग के बाद से ही लगातार गिरावट बनी हुई है. यह शेयर अपने इश्यू प्राइस (IPO प्राइस) से 25 फीसदी टूट चुका है. देश में अबतक के सबसे बड़े LIC IPO की बाजार में कमजोर लिस्टिंग हुई थी. लिस्टिंग गेन के उम्मीद में पैसा लगाने वाले निवेशकों को निराशा हाथ लगी है. शेयर करीब 8-9 फीसदी डिस्काउंट पर लिस्ट हुआ था. कंपनी का मार्केट कैप 1.5 लाख करोड़ से ज्यादा साफ हो चुका है. स्टॉक में लगातार गिरावट से निवेशकों को भरोसा गड़बड़ा रहा है. हालांकि, एक्सपर्ट मान रहे हैं कि एलआईसी मजबूत फंडामेंटल वाली कंपनी है. लंबी अवधि का नजरिया रखना चाहिए.
LIC: 1.5 लाख करोड़ से ज्यादा मार्केट कैप साफ
LIC में 10 जून 2022 की बड़ी गिरावट के बाद कंपनी का मार्केट कैप 4.5 लाख करोड़ से नीचे आ गया. शुक्रवार को बीएसई पर कंपनी का मार्केट कैप 4.48 लाख करोड़ रह गया है. वहीं, आईपीओ के दौरान कंपनी का वैल्युएशन 6 लाख करोड़ आंका गया था. इस लिहाज से अबतक LIC के निवेशकों को करीब 1.52 लाख करोड़ की चपत लग चुकी है.
LIC: क्या करें निवेशक
स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के रिसर्च हेड संतोष मीणा का कहना है, भारत के लाइफ इंश्योरेंस बिजनेस में अभी काफी संभावनाएं हैं और कंपनी के पास तगड़ी ग्रोथ हासिल करने की क्षमता है. एलआईसी के पास कई कॉम्पिटेटिव्स एडवांटेज हैं. इनमें स्ट्रॉन्ग ब्रांड वैल्यू, एजेंट्स का व्यापक नेटवर्क और एक जबरदस्त डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क शामिल है. इसके अलावा, कंपनी वैल्यू ऑफ न्यू बिजनेस (VNB) मार्जिन्स, मार्केट शेयर में नुकसान, एजेंसी चैनल पर ज्यादा निर्भरता जैसी दिक्कतों को दूर करने की योजना पर काम कर रही है.
इसके अलावा, एलआईसी अपने आईपीओ प्राइस से नीचे ट्रेड कर रहा है. इश्यू प्रइस एम्बेडेड वैल्यू की कीमत का 1.1x था. ग्लोबल और घरेलू पीयर्स के मुकाबले यह डिस्काउंट पर था. वैल्युएशन डिस्काउंट्स कंपनी के लिए चिंता का विषय है.
मीणा का कहना है, निवेशकों को यह समझना चाहिए इंश्योरेंस लॉन्ग टर्म का बिजनेस है. इसलिए वेल्थ डेवलपमेंट और कम्पाउंडिंग एक समय के बाद ही आता है. इसमें एक खास बात यह हो सकती है कि एंकर निवेशकों के लिए 30 दिन के लॉक-इन पीरियड के बाद पहले दिन का ट्रेड मजबूत सपोर्ट के शुरू हो सकता है और क्वालिटी स्टॉक में रैली आ सकती है. चूंकि, कंपनी के फंडामेंटल मजबूत हैं इसलिए हर गिरावट पर खरीदारी का यह अच्छा समय है.
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डिस्काउंट पर हुई थी लिस्टिंग
LIC का शेयर 17 मई 2022 को BSE पर स्टॉक 9 फीसदी डिस्काउंट के साथ 867 रुपये और NSE पर 8 फीसदी डिस्काउंट के साथ 872 रुपये पर लिस्ट हुआ. इस आईपीओ की लिस्टिंग पर निवेशकों की नजर लगी हुई थी. LIC आईपीओ का इश्यू प्राइस 949/शेयर था, जिसमें रिटेल निवेशकों को 45 रुपये और पॉलिसीहोल्डर्स को 60 रुपये का डिस्काउंट मिला. वहीं, 10 जून 2022 को NSE पर शेयर इश्यू प्राइस से 25 फीसदी से ज्यादा टूटकर 708.05 के रिकॉर्ड लो लेवल पर आ गया. शेयर के लिए 918.95 रुपये हाई और 708.05 रुपये अबतक का लो है.
बता दें, रिटेल APE और कुल APE बेसिस पर LIC का मार्केट शेयर FY22 में 37 फीसदी और 42 फीसदी था. एक दशक पहले यह 63 फीसदी और 65 फीसदी था. जबकि 5 साल पहले यह 62 फीसदी और 51 फीसदी था. इससे साफ पता चलता है कि कंपनी का मार्केट शेयर धीरे धीरे कम हुआ है. इस स्पेस में प्राइवेट कंपनियों का मार्केट शेयर बढ़ रहा है.
(डिस्क्लेमर: स्टॉक में निवेश की सलाह एक्सपर्ट द्वारा दी गई है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)