LIC: शेयर में 5% से ज्यादा गिरावट; इश्यू प्राइस से 29% डिस्काउंट पर स्टॉक, अब तक 1.75 लाख करोड़ मार्केट कैप साफ
LIC Stocks performance: देश में अबतक के सबसे बड़े आईपीओ की बाजार में कमजोर लिस्टिंग हुई थी. शेयर करीब 8-9 फीसदी डिस्काउंट पर लिस्ट हुआ था. लगातार गिरावट से कंपनी का मार्केट कैप 1.75 लाख करोड़ से ज्यादा साफ हो चुका है.
LIC Stocks performance: LIC के स्टॉक में सोमवार को लगातार दसवें ट्रेडिंग सेशन गिरावट देखी गई. 13 जून को एलआईसी का स्टॉक 5 फीसदी से ज्यादा टूट गया. एंकर निवेशकों के लिए 30 दिन का लॉक-इन समाप्त हो गया. इसके बाद से शेयर में ताबड़तोड़ बिकवाली देखी गई. एलआईसी का शेयर अपने इश्यू प्राइस 949 रुपये से 28 फीसदी से ज्यादा टूट चुका है. सोमवार के कारोबार में स्टॉक ने NSE पर 670 रुपये का ऑल टाइम लो बनाया. देश में अबतक के सबसे बड़े आईपीओ की बाजार में कमजोर लिस्टिंग हुई थी. लिस्टिंग गेन के उम्मीद में पैसा लगाने वाले निवेशकों को निराशा हाथ लगी है. शेयर करीब 8-9 फीसदी डिस्काउंट पर लिस्ट हुआ था. स्टॉक में लगातार गिरावट से निवेशकों को भरोसा गड़बड़ा रहा है. कंपनी का मार्केट कैप 1.75 लाख करोड़ से ज्यादा साफ हो चुका है.
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LIC: 1.75 लाख करोड़ मार्केट कैप साफ
LIC में 13 जून की बड़ी गिरावट के बाद कंपनी का मार्केट कैप 4.25 लाख करोड़ से नीचे आ गया. सोमवार को बीएसई पर कंपनी का मार्केट कैप 4,24,660 लाख करोड़ रहा. वहीं, आईपीओ के दौरान कंपनी का वैल्युएशन 6 लाख करोड़ आंका गया था. इस लिहाज से अबतक LIC के निवेशकों को करीब 1.75 लाख करोड़ की चपत लग चुकी है.
डिस्काउंट पर हुई थी लिस्टिंग
LIC का शेयर 17 मई 2022 को BSE पर स्टॉक 9 फीसदी डिस्काउंट के साथ 867 रुपये और NSE पर 8 फीसदी डिस्काउंट के साथ 872 रुपये पर लिस्ट हुआ. इस आईपीओ की लिस्टिंग पर निवेशकों की नजर लगी हुई थी. LIC आईपीओ का इश्यू प्राइस 949/शेयर था, जिसमें रिटेल निवेशकों को 45 रुपये और पॉलिसीहोल्डर्स को 60 रुपये का डिस्काउंट मिला. वहीं, 13 जून 2022 को NSE पर शेयर इश्यू प्राइस से 29 फीसदी से ज्यादा टूटकर 670 रुपये के रिकॉर्ड लो लेवल पर आ गया. शेयर के लिए 918.95 रुपये हाई और 670 रुपये का आल टाइम लो है.
बता दें, रिटेल APE और कुल APE बेसिस पर LIC का मार्केट शेयर FY22 में 37 फीसदी और 42 फीसदी था. एक दशक पहले यह 63 फीसदी और 65 फीसदी था. जबकि 5 साल पहले यह 62 फीसदी और 51 फीसदी था. इससे साफ पता चलता है कि कंपनी का मार्केट शेयर धीरे धीरे कम हुआ है. इस स्पेस में प्राइवेट कंपनियों का मार्केट शेयर बढ़ रहा है.
LIC: क्या करें निवेशक?
स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के रिसर्च हेड संतोष मीणा के मुताबिक, भारत के लाइफ इंश्योरेंस बिजनेस में काफी संभावनाएं हैं और कंपनी के पास तगड़ी ग्रोथ हासिल करने की क्षमता है. एलआईसी के पास कई कॉम्पिटेटिव्स एडवांटेज हैं. इनमें स्ट्रॉन्ग ब्रांड वैल्यू, एजेंट्स का व्यापक नेटवर्क और एक जबरदस्त डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क शामिल है.
इसके अलावा, कंपनी वैल्यू ऑफ न्यू बिजनेस (VNB) मार्जिन्स, मार्केट शेयर में नुकसान, एजेंसी चैनल पर ज्यादा निर्भरता जैसी दिक्कतों को दूर करने की योजना पर काम कर रही है. मीणा के मुताबिक, एंकर निवेशकों के लिए 30 दिन के लॉक-इन पीरियड के बाद पहले दिन का ट्रेड मजबूत सपोर्ट के शुरू हो सकता है और क्वालिटी स्टॉक में रैली आ सकती है. चूंकि, कंपनी के फंडामेंटल मजबूत हैं इसलिए हर गिरावट पर खरीदारी का यह अच्छा समय है.
LIC स्टॉक में गिरावट पर सरकार चिंतित
सरकार ने शुक्रवार को कहा कि एलआईसी के शेयर में गिरावट को लेकर वह चिंतित है. निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव तुहिन कांत पांडेय ने कहा कि हम एलआईसी के शेयर मूल्य में आई गिरावट को लेकर चिंतित हैं. यह गिरावट अस्थायी है. एलआईसी का प्रबंधन इन सभी पहलुओं को देखेगा और शेयरधारकों के लिए मूल्य बढ़ाएगा. एलआईसी (LIC) का शेयर शुक्रवार को बीएसई पर 709.70 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ.
बता दें, लाइफ इंश्योरेंस कंपनी एलआईसी ने वित्त वर्ष 2022 में भारत में 2 करोड़ 17 लाख पॉलिसी बेची हैं. यानी हर मिनट LIC ने 41 पॉलिसी बेची गई हैं. LIC का वित्त वर्ष 2023 में फर्स्ट ईयर प्रीमियम 8% बढ़कर 2 लाख करोड़ के करीब यानी 1 लाख 98 हजार करोड़ रुपए दर्ज किया गया.
(डिस्क्लेमर: स्टॉक में निवेश की सलाह एक्सपर्ट/ब्रोकरेज हाउस द्वारा दी गई है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)