सबसे सस्ते में सोना खरीदने का आखिरी मौका, बचे हैं बस चंद घंटे
सरकार ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) को निवेश के लिए 15 अक्टूबर से 19 अक्टूबर तक के लिए ही खोला था.
फेस्टिव सीजन चल रहा है और इस सीजन में सोना खरीदना शुभ माना जाता है. इस शुभ महुर्त का लाभ उठाने के लिए बाजार में सोने की खरीद पर तमाम ऑफर्स चल रहे हैं. ऐसे में सरकार भी आपको सोना खरीदने का मौका दे रही है और वह भी बंपर छूट के साथ, लेकिन इसके लिए आपके पास समय कम है. केवल आज ही भारी छूट के साथ सोना खरीदने का मौका है. सरकार द्वारा चलाई जा रही गोल्ड बॉन्ड योजना में निवेश करने का आज अंतिम दिन है. खास बात ये है कि इसमें सोने की कीमतों में पर छूट के साथ आपको अपने निवेश पर ब्याज भी मिलेगा. सरकार ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) को निवेश के लिए 15 अक्टूबर से 19 अक्टूबर तक के लिए ही खोला था.
डिजिटल पेमेंट पर पाएं छूट
बाजार में सोने का भाव लगभग 3,200 रुपये प्रति ग्राम चल रहा है जबकि SGB का इश्यू प्राइस 3,146 रुपये प्रति ग्राम है. अगर आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश करना चाहते हैं और इसके लिए डिजिटल पेमेंट करते हैं तो आपको ज्यादा फायदा होगा. ऑनलाइन पेमेंट करने पर आपको प्रति ग्राम 50 रुपये की छूट मिलेगी. मतलब आप 3,096 रुपये प्रति ग्राम के हिसाब से सोना खरीद सकते हैं.
कहां से खरीदें सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड
SGB की बिक्री बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन आफ इंडिया लि. (SHCIL), चुने गए डाकघरों और मान्यता प्राप्त शेयर बाजारों मसलन नेशनल स्टाक एक्सचेंज (NSE) और बंबई शेयर बाजार (BSE) के जरिये होगी.
2015-16 में शुरू हुई थी स्कीम
भारत सरकार ने सार्वभौमिक स्वर्ण बांड योजना को 2015-16 में शुरू किया था. भारत में सोने की मांग अधिकतर आयात द्वारा पूरी की जाती है. इस योजना से देश के चालू खाते के घाटे को सीमित करने में मदद मिलेगी. सोने की कीमतों में बदलाव संबंधी जोखिम को स्वर्ण भंडार निधि द्वारा वहन किया जाता है.
विशेषता
भारत सरकार की तरफ से भारतीय रिजर्व बैंक बांड जारी करता है. इस बांड की सार्वभौमिक गारंटी होती है. बॉन्ड की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए बॉन्ड को डाकघरों, बैंकों, गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थानों और एनएससी एजेंटों सहित विभिन्न ब्रोकरों और एजेंटों के जरिए उपलब्ध कराया जाता है. इसके लिए उन्हें कमीशन दिया दिया जाता है. इस बॉन्ड की बिक्री केवल भारत में रहने वाले नागरिकों को ही की जाती है. एक आदमी एक साल में 500 ग्राम से अधिक सोने के बॉन्ड नहीं खरीद सकता. ये बॉन्ड डीमेट अकाउंट या कागज के रूप में होते हैं तथा सोने के 5,10, 50,100 ग्राम के आधार पर या अन्य आधारों पर होते हैं. बॉन्ड की अवधि न्यूनतम 5 से 7 वर्षों की है ताकि सोने की कीमतों के मध्यकालीन उतार-चढ़ाव से निवेशकों की सुरक्षा हो सके.