TITAN, टाटा मोटर्स और अन्य कंपनियों पर क्या है ब्रोकरेज हाउस की रिपोर्ट, निवेशकों को ये है सलाह
Stock Market: रिपोर्ट में कहा गया है कि मांग सुस्त देखी गई और सोने के दाम में भी तेजी देखने को मिली. ऐसे में जितने भी ब्रोकरेज हाउस हैं, वह टाइटन से थोड़े नाखुश हैं, क्योंकि कंपनी की तरफ से 20 प्रतिशत गाइडेंस आती दिखी है.
शेयर बाजार में आज कई सेक्टर की कुछ कंपनियों के लिए ब्रोकरेज हाउस की रिपोर्ट आई हैं. इसमें टाइटन, टाटा मोटर्स, माइंड ट्री और अन्य कई दिग्गज कंपनिया हैं. ब्रोकरेज हाउस की रिपोर्ट में इन शेयरों के लिए निवेशकों को खास सलाह भी दी गई है. बात अगर टाइटन की करें तो जो तिमाही नतीजे हैं उसमें बहुत ज्यादा तेजी देखने को नहीं मिल रहे हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि मांग सुस्त देखी गई और सोने के दाम में भी तेजी देखने को मिली. ऐसे में जितने भी ब्रोकरेज हाउस हैं, वह थोड़े नाखुश हैं, क्योंकि कंपनी की तरफ से 20 प्रतिशत गाइडेंस आती दिखी है.
मॉर्गन स्टेनली ने टाइटन को लेकर इक्वल वेट देते हुए टार्गेट 1300 का दिया है. इसी तरह मैक्वायरी ने कॉल न्यूट्रल रखते हुए लक्ष्य 1294 दिया है. एक अन्य हाउस क्रेडिट सुईस ने भी कॉल न्यूट्रल रखते हुए लक्ष्य 1250 दिया है. क्रेडिट सुईस ने टाइटन की कमाई का अनुमान घटा दिया है. जबकि बैंक ऑफ मेरिल लिंच यहां पर खरीदारी का सलाह दे रहे हैं. टार्गेट 1360 के हैं, लेकिन कमेंटरी थोड़ी सी पॉजिटिव हैं. इनका मानना है कि आगे चलकर टाइटन थोड़ा ग्रोथ दिखा सकता है.
टाटा मोटर्स पर सीएलएसए की रिपोर्ट आई है. यहां काफी निगेटिव रिपोर्ट आती दिखी है. यहां बिकवाली की सलाह है. टार्गेट 150 तक के उन्होंने बरकरार रखे हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि जेएलआर में दिक्कतें हैं. साथ ही बढ़ती वारंटी और गाड़ियां जल्दी खराब होने से चिंताएं बढ़ती हुई दिख रही है. वारंटी खर्च बढ़ रहे हैं और प्रोविजन खर्च बढ़ रहे हैं. साथ ही एसेट पर रिटर्न काफी खराब आते दिखे हैं. लगातार दूसरे साल फ्री कैश फ्लो काफी निगेटिव होते जा रहे हैं, इनको लेकर चिंता बढ़ गई है.
माइंड ट्री को लेकर मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट में रेंटिंग अंडरवेट है. टार्गेट 820 तक का रखा है. इनका मानना है कि करार के चलते पहली तिमाही में काफी नरमी देखने को मिल सकती है. वित्त वर्ष 2019-20 में ग्रोथ पर नजर रहेगी. ओबेरॉय रियल्टी पर बैंक ऑफ मेरिल लिंच यानी बोफाएमएल की रिपोर्ट है जिसमें उन्होंने रेटिंग घटाकर डाउनग्रेड की है. इसने टार्गेट 627 तक के दिए हैं. उनका मानना है कि बजट में सस्ते घरों की जो परिभाषा में बदलाव किए गए हैं उसका लंबी अवधि में थोड़ी सी दिक्कतें जरूर आ सकती हैं.