IPO 2022: इस साल आईपीओ ने निवेशकों को किया मालामाल, दिया 50% तक रिटर्न
IPO 2022: साल 2022 में अबतक आए 51 आईपीओ से 38,155 करोड़ रुपये की राशि जुटाने में सफलता मिली है. पिछले साल की समान अवधि में 55 इश्यू से 64,768 करोड़ रुपये जुटाए गए थे.
IPO 2022: साल 2022 में इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) के जरिए शेयरों की बिक्री में आई गिरावट के बावजूद इन इश्यू ने औसतन 50% का रिटर्न दिया है जबकि इस दौरान बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) सिर्फ 1.6% ही बढ़ा है. शेयर बाजार के प्रदर्शन संबंधी एक विश्लेषण में कहा गया है कि आईपीओ से जुटाई गई राशि में इस साल खासी गिरावट आई है. इसके मुताबिक, 2022 में अबतक आए 51 आईपीओ से 38,155 करोड़ रुपये की राशि जुटाने में सफलता मिली है. पिछले साल की समान अवधि में 55 इश्यू से 64,768 करोड़ रुपये जुटाए गए थे.
इस साल सिर्फ 8 इश्यू ही बड़े आए
इस साल सिर्फ 8 इश्यू ही बड़े आकार के रहे हैं. इनमें भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के आईपीओ से सर्वाधिक 20,500 करोड़ रुपये जुटाए गए थे. वहीं पिछले साल 33 कंपनियों के इश्यू ने 1,000 करोड़ रुपये से अधिक राशि जुटाई थी.
बैंक ऑफ बड़ौदा की अर्थशास्त्री दीपन्विता मजूमदार ने यह विश्लेषण रिपोर्ट तैयार की है. इसके मुताबिक, सितंबर 2021 तक आईपीओ ने 74% रिटर्न दिया था जबकि उस समय तक सेंसेक्स 20% चढ़ा था. लेकिन 1,000 करोड़ रुपये से अधिक आकार वाले उन आईपीओ में से 16 कंपनियों के शेयर फिलहाल कम भाव पर बिक रहे हैं.
वर्ष 2021 के समूचे साल में कंपनियों ने शेयर बाजार से 1,21,680 करोड़ रुपये जुटाए थे. लेकिन इस दौरान अप्रैल से अक्टूबर के बीच सेंसेक्स भी 40,000 अंक से उछलकर 60,000 अंक के करीब पहुंचा था. इसकी तुलना में वर्ष 2022 में शेयर बाजार में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है और यह 50,000 से लेकर 60,000 अंक के दायरे में ही कारोबार कर रहा है.
Paytm, LIC समेत इन कंपनियों ने निवेशकों डुबोए पैसा
इस साल अबतक निगेटिव रिटर्न देने वाली कंपनियों की संख्या 40% रही है जबकि 45% कंपनियों ने 20% से अधिक रिटर्न दिया है. सर्वाधिक नुकसान उठाने वाली कंपनियों में वन97 कम्युनिकेशंस (Paytm) इश्यू प्राइस से 67% नुकसान के साथ सबसे आगे है. एलआईसी (LIC) का भी शेयर भाव इश्यू प्राइस से 31% गिर चुका है जबकि जोमैटो का शेयर 20.7% गिरा है.
दूसरी तरफ अडाणी विल्मर का शेयर इश्यू प्राइस से 205.6% तक चढ़ गया है. वहीं सोना प्रीसिजन (81.6%), पतंजलि फूड्स (106%) और पावरग्रिड (38%) बढ़त लेने में सफल रही हैं.