एजुकेशन लोन देने वाली Credila लाएगी IPO, सेबी के पास जमा किया पेपर, जानें पूरी डीटेल
Upcoming IPOs: लेंडर ने 1.24 लाख से अधिक छात्रों को एजुकेशन लोन दिया है. क्रेडिला ने सेबी और स्टॉक एक्सचेंजों के साथ प्री-ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल किया है.
Upcoming IPOs: एजुकेशन लोन केंद्रित वित्तीय कंपनी क्रेडिला फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (Credila Financial Services) ने गोपनीय प्री-फाइलिंग रूट से इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) के लिए मार्केट रेगुलेटर सेबी (Sebi) के पास पेपर दाखिल किए हैं. गोपनीय प्री-फाइलिंग रूट कंपनी को डीआरएचपी (DRHP) के तहत विवरणों के पब्लिक डिसक्लोजर को रोकने की अनुमति देता है.
एक सार्वजनिक घोषणा में क्रेडिला ने कहा कि उसने ‘मुख्य बोर्ड में अपने इक्विटी शेयरों की प्रस्तावित इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग के संबंध में सेबी और स्टॉक एक्सचेंजों के साथ प्री-ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल कर दिया है. यह घटनाक्रम पिछले वित्त वर्ष (2023-24) के दौरान कंपनी के स्वामित्व में एक महत्वपूर्ण बदलाव के बाद हुआ है.
ये भी पढ़ें- Stock to Buy: 2 हफ्ते में तगड़ा रिटर्न, खरीदें ये 5 स्टॉक्स
Credila में किसकी, कितनी हिस्सेदारी
ईक्यूटी और क्रिसकैपिटल के एक निजी इक्विटी कंसोर्टियम ने क्रेडिला में 90.01% हिस्सेदारी 9,060 करोड़ रुपये में खरीदी, जिसमें 2,003.61 करोड़ रुपये की नई इक्विटी शामिल है. इसमें से 700 करोड़ रुपये जून, 2023 में तत्कालीन एचडीएफसी लिमिटेड द्वारा डाले गए, जबकि बाकी 1,303.61 करोड़ रुपये मार्च, 2024 में ईक्यूटी और क्रिसकैपिटल संस्थाओं द्वारा डाले गए. कंसोर्टियम ने क्रेडिला का प्री-मनी मूल्यांकन 10,350 करोड़ रुपये किया.
पिछले वित्त वर्ष के अंत तक, ईक्यूटी (EQT) के पास 72.01% हिस्सेदारी थी, क्रिसकैपिटल (ChrysCapital) के पास 18% हिस्सेदारी थी, और एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) के पास 9.99% हिस्सेदारी थी. नियंत्रण में यह परिवर्तन भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा एचडीएफसी बैंक को एचडीएफसी लिमिटेड (HDFC Ltd) के एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) के साथ विलय के बाद कंपनी में अपनी हिस्सेदारी घटाकर 10% से कम करने का निर्देश दिए जाने के बाद हुआ.
ये भी पढ़ें- साल 2025 में तगड़ा रिटर्न देंगे ये 8 स्टॉक्स, Axis Direct ने दी खरीद की सलाह
1.24 लाख से अधिक छात्रों को एजुकेशन लोन दिया
क्रेडिला (Credila) ने 31 मार्च, 2024 को समाप्त वित्तीय वर्ष के दौरान प्रभावशाली ग्रोथ दर्ज की, जिसमें कुल आय पिछले वर्ष के 1,352.18 करोड़ रुपये से तेजी से बढ़कर 2,771.04 करोड़ रुपये हो गई और PAT 275.92 करोड़ रुपये से लगभग दोगुना होकर 528.84 करोड़ रुपये हो गया. अपनी स्थापना के बाद से, लेंडर ने 1.24 लाख से अधिक छात्रों को एजुकेशन लोन दिया है.
ये भी पढ़ें- New Year Picks 2025: 63% तक दमदार रिटर्न के लिए ब्रोकरेज के 5 फंडामेंटल Stocks