Sula Vineyards IPO का आज दूसरा दिन, निवेश करने से पहले जानें मार्केट गुरु अनिल सिंघवी की राय
Sula Vineyards IPO: सुला वाइनयार्ड्स आईपीओ में आज निवेश का दूसरा दिन है. निवेशक कल तक इसमें निवेश कर सकते हैं. इस आईपीओ में निवेश करने से पहले जानें मार्केट गुरु अनिल सिंघवी की राय.
Sula Vineyards IPO का आज दूसरा दिन है. देश की लीडिंग शराब बनाने वाली कंपनी के आईपीओ को पहले दिन 28 फीसदी सब्सक्रिप्शन मिला. अगर आप भी इस आईपीओ में निवेश करना चाहते हैं तो मार्केट गुरु अनिल सिंघवी (Anil Singhvi) का कहना है कि लंबी अवधि के लिए निवेश करें. अगर आईपीओ में शामिल नहीं होते हैं तो लिस्टिंग के बाद निवेश का फैसला करना चाहिए. यह आईपीओ कल खुला था और कल तक चलेगा.
अनिल सिंघवी की नजर पॉजिटिव क्या है?
मार्केट गुरु ने कहा कि कंपनी के प्रमोटर अनुभवी हैं. अपने सेगमेंट की यह कंपनी मार्केट लीडर है. इसका मार्केट शेयर 52 फीसदी है. कंपनी के फाइनेंशियल में लगातार सुधार हो रहा है. कंपनी का ग्रोथ आउटलुक मजबूत है.
निगेटिव क्या है?
मार्केट गुरु ने कहा कि शराब का धंधा रेग्युलेशन से संबंधित है. सरकार फ्री ट्रेड अग्रीमेंट को लेकर बहुत सीरियस है. ऐसे में विदेशी प्लेयर्स के आने से कॉम्पिटिशन बढ़ेगा. कंपनी का पार्टी ट्रांजैक्शन बहुत ज्यादा है. इन्होंने कहा कि इसकी वैल्युएशन ठीक-ठाक है.
कम से कम 14994 रुपए लगाने होंगे
Sula Vineyards IPO कल यानी सोमवार को खुला था और 14 दिसंबर तक इसमें निवेश का मौका है. इसकी लिस्टिंग 22 दिसंबर को है. इसका इश्यू प्राइस 340-357 रुपए का है. यह आईपीओ 960 करोड़ का है. 42 शेयर का एक लॉट होगा. रीटेल निवेशकों को कम से कम 1 लॉट खरीदना होगा, जिसकी वैल्यु 14994 रुपए होगी. अधिकतम 13 लॉट खरीद सकते हैं, जिसकी वैल्यु 194922 रुपए होगी.
कंपनी के MD & CEO से अनिल सिंघवी की क्या बात हुई?
अनिल सिंघवी ने सोमवार को कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ राजीव सामंत से बातचीत की थी. आइए जानते हैं कि कंपनी का बिजनेस मॉडल क्या है, कंपनी आईपीओ क्यों ला रही है और कहां होगा IPO से जुटाई रकम का इस्तेमाल?
भारत की सबसे बड़ी शराब बनाने वाली कंपनी
आईसीआईसीआई डायरेक्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, Sula Vineyards IPO भारत की सबसे बड़ी शराब प्रोड्यूसर और सेलर है. वित्त वर्ष 2021-22 में इसका मार्केट शेयर 52 फीसदी था. कंपनी 56 अलग-अलग ब्रांड के लिए शराब बनाती है. इसका वाइन डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क भारत में सबसे बड़ा है, जिसके दायरे में 13 हजार रीटेल टच प्वाइंट्स आते हैं. वाइन कैटिगरी में अपने देश में सालाना औसत ग्रोथ 20 फीसदी रहने का अनुमान है जिससे कंपनी को फायदा मिलेगा. ग्रेप वाइन सेगमेंट में कंपनी का मार्केट कैप 52 फीसदी है. ओवरऑल वाइन सेगमेंट में ग्रेप वाइन का मार्केट शेयर 85 फीसदी है.
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