सॉफ्टबैंक के निवेश वाली हॉस्टिपेटैलिटी कंपनी ओयो (OYO) जल्द ही आईपीओ (IPO) के लिए फिर से दस्तावेज (DRHP) जमा कर सकती है. इससे पहले भी यह स्टार्टअप (Startup) आईपीओ लाने के लिए सेबी के पास दस्तावेज जमा कर चुका है, लेकिन उस वक्त सेबी ने मंजूरी नहीं दी थी. पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार ओयो अपने रीफाइनेंसिंग के प्लान (Oyo Refinancing Plan) को पूरा करने के आखिरी चरण में हैं. जैसे ही यह पूरा हो जाता है, उसके बाद कंपनी आईपीओ के लिए पेपर फाइल करेगी. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ओयो लगभग 450 मिलियन डॉलर यानी करीब 3750 करोड़ रुपये के डॉलर बॉन्ड की बिक्री के जरिए जुटाने की प्लानिंग में है. इससे कंपनी अपनी रीफाइनेंसिंग की प्रक्रिया को पूरा करेगी. पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार इस प्रक्रिया में जेपी मॉर्गन लीड बैंक हो सकता है. बताया जा रहा है कि ये डॉलर बॉन्ड 9-10 फीसदी सालाना की ब्याज दर पर बेचे जा रहे हैं.

सितंबर 2021 में भी किया था आवेदन

OYO ने IPO के लिए सितंबर 2021 में भी आवेदन दिया था. हालांकि, हॉस्पिटैलिटी यूनिकॉर्न ओयो (OYO) को मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) से बड़ा झटका लगा था. सेबी ने कंपनी के पब्लिक इश्यू के आवेदन को नामंजूर कर दिया था. मार्केट रेगुलेटर ने कहा था कि आवेदन को अपेडट करके फिर से फाइल करें. 

सेबी के आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक OYO पब्लिक इश्यू के जरिए 8,430 करोड़ रुपए जुटाने के लिए आवेदन दिया था. इसके लिए 7000 करोड़ रुपए के फ्रेश शेयर जारी करने की योजना थी, जबकि साथ ही ऑफर फॉर सेल यानी OFS से 1430 करोड़ रुपए जुटाने का प्लान था. 

सेबी ने ठुकरा दिया था आवेदन

कंपनी की ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) के मुताबिक सेबी ने 30 दिसंबर, 2022 को कंपनी के IPO डॉक्युमेंट्स को वापस कर दिया था. साथ ही इसमें संशोधन के साथ फिर दायर करने के लिए कहा था. उसके बाद से अब तक कंपनी अपनी स्थिति को बेहतर बनाने में लगी हुई थी और अब जल्द ही वह फिर से सेबी के पास दस्तावेज फाइल करने की तैयारी में है.