NTPC Green Energy IPO में पैसा लगाएं या नहीं? अनिल सिंघवी ने बताया कब तक डबल हो सकता है शेयर
NTPC Green Energy IPO Opens: आज से इस आईपीओ में निवेश का मौका मिलेगा, ऐसे में ये जानना जरूरी है कि इस आईपीओ में पैसा लगाना है या नहीं. अनिल सिंघवी ने निवेशकों के लिए इसपर विश्लेषण किया है.
NTPC Green Energy IPO Opens: सरकारी कंपनी NTPC की ग्रीन एनर्जी सब्सिडियरी NTPC Green Energy आज 19 नवंबर से खुल गया है. 10,000 करोड़ का ये इस साल का एक और बड़ा आईपीओ है. इशू में 92.59 करोड़ के फ्रेश शेयर जारी किए जाएंगे. कंपनी ने आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 102 से 108 रुपये का तय किया है. मिनिमम लॉट साइज 138 शेयरों का होगा, यानी रिटेल इन्वेस्टर्स को मिनिमम 14,904 रुपये का निवेश करना होगा. कंपनी सौर और पवन ऊर्जा में वित्त वर्ष 2026-27 तक एक लाख करोड़ रुपये तक के निवेश की योजना बना रही है.
आज से इस आईपीओ में निवेश का मौका मिलेगा, ऐसे में ये जानना जरूरी है कि इस आईपीओ में पैसा लगाना है या नहीं. अनिल सिंघवी ने निवेशकों के लिए इसपर विश्लेषण किया है.
NTPC Green Energy IPO में पैसा लगाएं या नहीं?
अनिल सिंघवी ने कहा कि इस आईपीओ में जो निवेशक पैसा लगाना चाहते हैं वो लगाएं लेकिन 3 सालों का लॉन्ग टर्म नजरिया लेकर चलें. लिस्टिंग गेन का नजरिया बहुत नहीं है, बन जाए तो अच्छी बात है, लेकिन इसमें लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करने की सलाह है. कंपनी की 2027 तक जो कैपेसिटी बढ़ेगी, उसके हिसाब से ये अगले 3 सालों में डबल हो सकता है. पावर स्टॉक्स शांत स्टॉक्स होते हैं. कंपनियों के फंडामेंटल पर कभी स्ट्रेस देखने को नहीं मिलता, ऐसे में यहां तीन सालों के लिए पैसा लगाएं.
NTPC Green Energy IPO Preview
अब कंपनी के निगेटिव-पॉजिटिव भी समझ लेते हैं. अगर पॉजिटिव की बात करें तो प्रमोटर्स बहुत ही मजबूत और अनुभवी हैं. रिन्युएबल एनर्जी में शीर्ष की कंपनी है. लॉन्ग टर्म PPAs (Power purchase agreement) की संभावनाओं के चलते स्थिर ग्रोथ है. कंपनी क्षमता बढ़ाने के लिए एग्रेसिव ग्रोथ प्लान बना रही है. कंपनी का फाइनेंशियल ट्रैक रिकॉर्ड भी अच्छा है.
कुछ निगेटिव फैक्टर भी है. इस सेक्टर में कॉम्पटिशन बहुत है. कंपनी सरकार की नीतियों पर काफी निर्भर है. कंपनी राजस्थान में ज्यादा फोकस्ड है. वैल्युएशन ठीक-ठाक हैं.
IPO से मिली फंडिंग का क्या करेगी कंपनी?
NTPC Green Energy के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक गुरदीप सिंह ने बताया कि इसमें से करीब 20 प्रतिशत निवेश इक्विटी से आएगा. इसके अलावा 10,000 करोड़ रुपये का कोष आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिये आएगा. कंपनी शेष राशि आंतरिक साधनों से जुटाएगी. एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी की स्थापित क्षमता फिलहाल 3,220 मेगावाट है. कंपनी की मार्च, 2025 तक इसे बढ़ाकर 6,000 मेगावाट और 2026 तक 11,000 मेगावाट करने की योजना है. कंपनी का आईपीओ 19 नवंबर को खुलेगा और 22 नवंबर को बंद होगा. इसमें कंपनी 10,000 करोड़ रुपये का फ्रेश इशू ला रही है.
सिंह ने कहा कि एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी खुद को केवल बिजली उत्पादन तक ही सीमित नहीं रखना चाहती है. कंपनी ने हरित हाइड्रोजन, पंप भंडारण बिजली और ऊर्जा भंडारण को लेकर भी योजनाएं तैयार की है.
Zee Business से बातचीत में उन्होंने कहा कि काफी बड़ा निवेश सिर्फ एनर्जी सेक्टर में ही करने पर फोकस है. हाइड्रोजन प्लांट के ऊपर जांच चल रही है. लेह लद्दाख में प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है, कंपनी सोलर विंड और ग्रीन हाइड्रोजन और अन्य ग्रीन एनर्जी पर फोकस करेगी. 3000 मेगावाट विंड के जरिये और 16000 मेगावाट सोलर के जरिए मिलेगी.