अकाउंट में पैसे रखें तैयार, इस हफ्ते आएंगे दो IPO, 365 करोड़ रुपये जुटने की उम्मीद
IPO this week:आईपीओ की ‘बाढ़’ के बाद प्राथमिक बाजार में अब थोड़ी सुस्ती देखने को मिलेगी. सितंबर में मुख्य मंच पर 12 आईपीओ और SME (लघु और मझोले उद्यम) सेक्शन में 40 आईपीओ आए थे.
IPO this week: हाल के सप्ताहों में आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) की ‘बाढ़’ के बाद प्राथमिक बाजार में अब थोड़ी सुस्ती देखने को मिलेगी. अगले सप्ताह सिर्फ दो आईपीओ आ रहे हैं, जिनके जरिये करीब 365 करोड़ रुपये जुटाए जाएंगे. सितंबर में मुख्य मंच पर 12 आईपीओ और SME (लघु और मझोले उद्यम) सेक्शन में 40 आईपीओ आए थे. सात अक्टूबर से शुरू होने वाले अगले सप्ताह मुख्य मंच पर गरुड़ कंस्ट्रक्शन एंड इंजीनियरिंग और एसएमई खंड पर शिव टेक्सकेम के आईपीओ आने हैं.
IPO के जरिए 264 करोड़ रुपए जुटाना चाहती है गरुड़ कंस्ट्रक्शन
गरुड़ कंस्ट्रक्शन आईपीओ के जरिये 264 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. गरुड़ कंस्ट्रक्शन का आईपीओ आठ अक्टूबर को खुलकर 10 अक्टूबर को बंद होगा. शिव टेक्सकेम का 8-10 अक्टूबर के दौरान अपने आईपीओ के जरिये 101 करोड़ रुपये से अधिक जुटाने का लक्ष्य है. इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते संघर्ष के चलते अक्टूबर की शुरुआत से शेयर बाजार में काफी गिरावट आई है. प्राइमडेटाबेस के अनुसार, अस्थायी सुस्ती के बावजूद कुल मिलाकर आईपीओ बाजार का परिदृश्य सकारात्मक है.
26 कंपनियों को सेबी से मिली आईपीओ की मंजूरी
आपको बता दें कि अभी 26 कंपनियों के पास आईपीओ के लिए भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की मंजूरी है, जिसके जरिये वे 72,000 करोड़ रुपये जुटाना चाहती हैं. इसके अलावा 55 कंपनियों के आईपीओ प्रस्ताव सेबी के पास विचाराधीन हैं. इन कंपनियों की आईपीओ के जरिये 89,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है. इस महीने दक्षिण कोरिया की वाहन कंपनी हुंदै की भारतीय इकाई हुंदै मोटर इंडिया लिमिटेड लगभग 25,000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए प्राथमिक बाजार में उतरेगी.
14 अक्टूबर को आ सकता है हुंदै मोटर इंडिया लिमिटेड का IPO
सूत्रों के अनुसार, हुंदै मोटर इंडिया लिमिटेड का आईपीओ 14 अक्टूबर को आ सकता है. माना जा रहा है कि हुंदै का आईपीओ अबतक का सबसे बड़ा सार्वजनिक निर्गम होगा. इससे पहले यह रिकॉर्ड भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के नाम पर है, जिसके आईपीओ का आकार 21,000 करोड़ रुपये था. इसके अलावा इस साल अबतक 63 कंपनियों ने मुख्य खंड के आईपीओ के जरिये 64,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं, जो 2023 में इस मार्ग से 57 कंपनियों द्वारा जुटाई गई 49,436 करोड़ रुपये की राशि से 29 प्रतिशत है.