Hyundai Motor India IPO: साल 2024 IPOs (Initial Public Offerings) के लिहाज से काफी गहमागहमी वाला रहा है. रिकॉर्डतोड़ संख्या में आए हैं, लेकिन अब एक नया रिकॉर्ड टूटने वाला है. आखिरकार प्राइमरी मार्केट में एक बड़ा आईपीओ आने वाला है, और बस बड़ा ही नहीं, अबतक का सबसे बड़ा आईपीओ. दक्षिण कोरिया की प्रमुख वाहन कंपनी Hyundai की भारतीय इकाई Hyundai Motor India Ltd (HMIL) का 27,870 करोड़ रुपये का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) अगले हफ्ते खुलेगा. कंपनी ने इसके लिए तारीख भी तय कर दी है और प्राइस बैंड भी सामने आ गया है. आइए जानते हैं इसकी खास बातें

Hyundai Motor India IPO Details

  • Hyundai Motor IPO का साइज  27,870 करोड़ रुपये का है, 14.2 करोड़ शेयर के साथ ये देश का अबतक का सबसे बड़ा आईपीओ है, इसके पहले सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के आईपीओ का आकार 21,000 करोड़ रुपये था.
  • कंपनी ने कहा कि प्रस्तावित आईपीओ पूरी तरह प्रवर्तक हुंदै मोटर कंपनी द्वारा 14,21,94,700 इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) पर आधारित है.
  • हायर प्राइस बैंड पर आईपीओ का आकार 27,870 करोड़ रुपये और कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन आईपीओ के बाद लगभग 1.6 लाख करोड़ रुपये आंका गया है.
  • Hyundai Motor IPO 15 अक्टूबर को खुलेगा और 17 अक्टूबर को बंद रहेगा. इन तीन दिनों के लिए निवेशकों को इशू में अप्लाई करने का मौका मिलेगा. इसमें35% रिटेल इन्वेस्टर के लिये रिजर्व है.
  • हुंदै के इस आईपीओ में मूल्य दायरा 1,865-1960 रुपये प्रति शेयर रखा गया है. इसके बदले में दूसरी लिस्टेड ऑटो कंपनियां, जैसे- Tata Motors का शेयर अभी 940 रुपये के आसपास चल रहा है. वहीं, Maruti Suzuki का शेयर 12,762 के आसपास चल रहा है. Mahindra & Mahindra का शेयर प्राइस 3,145 के करीब है.
  • एंकर (बड़े) निवेशक 14 अक्टूबर को शेयरों के लिए बोली लगा सकेंगे.

IPO के पहले कंपनी ने क्या कहा?

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Hyundai Motor India के COO तरुण गर्ग ने कहा कि तालेगांव प्लांट से Hyundai Motors India का expansion plan है. कंपनी 13% EBITDA मार्जिन है और SUV की वजह से मार्जिन बढ़ा है. पुणे प्लांट से 2.5 लाख कैपैसिटी बढ़ेगी. Certa EV FY25 के चौथी तिमाही में लॉन्च होगी. आने वाले साल में Hyundai India की 4 EV गाड़ियां आएंगी. 68% कंपनी SUV पर है - Suvisation पर फ़ोकस ज़्यादा है. 80 से ज़्यादा कंपनी गाड़ियां एक्सपोर्ट कर रही है. उन्होंने कहा कि फेस्टिवल सीजन से बड़ी उम्मीदें है. 4-5 हफ़्तों के स्टॉक पर कंपनी डीलर के साथ काम करती है. Aluminium शॉर्टेज Geo political issue की वजह से है. Hyundai Motors Group की वजह से Aluminium shortage में बड़ी मदद मिल रही है. कंपनी की इंडिया स्टोरी ग्रोथ का बड़ा हिस्सा है.

यह आईपीओ भारतीय उद्योग के लिए अहम है क्योंकि दो दशक के बाद कोई ऑटो मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी अपना आईपीओ ला रही है. इससे पहले जापान की ऑटो कंपनी Maruti Suzuki 2003 में आईपीओ लाई थी. मूल कंपनी Hyundai  बिक्री पेशकश मार्ग के माध्यम से अपनी कुछ हिस्सेदारी बेच रही है. चूंकि यह सार्वजनिक निर्गम पूरी तरह से OFS (Offer for Sale) है, इसलिए HMIL को आईपीओ से कोई राशि नहीं मिलेगी. Hyundai India ने कहा कि उसे उम्मीद है कि इक्विटी शेयरों की लिस्टिंग से ‘हमारी विजिबिलटी और ब्रांड इमेज बढ़ेगी. साथ ही शेयरों के लिए लिक्विडिटी और पब्लिक मार्केट उपलब्ध होगा.' HMIL ने 1996 में भारत में परिचालन शुरू किया था और यह विभिन्न खंड में 13 मॉडल बेच रही है.