Enviro Infra Engineers IPO: सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स और सीवरेज टेक्नोलॉजी की ‘टर्नकी’ प्रोजेक्ट्स के विकास में शामिल एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स ने 650 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए 140-148 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया. कंपनी ने सोमवार को बयान में कहा, आईपीओ 22 नवंबर को खुलेगा और 26 नवंबर को बंद होगा. बड़े (एंकर) निवेशक 21 नवंबर को बोली लगा पाएंगे. 

Enviro Infra Engineers IPO: 3.87 करोड़ के नए शेयर, 52.68 लाख शेयर की बिक्री पेशकश

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एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स  का प्रस्तावित आईपीओ 3.87 करोड़ के नए शेयर और 52.68 लाख शेयर की बिक्री पेशकश (OFS) का कॉम्बिनेशन है. प्रमोटर शेयर होल्डर्स भी अपने शेयर को बेचेंगे. वहीं, प्राइस बैंड फ्लोर प्राइस फेस वैल्यू से 14 गुना ज्यादा है. वहीं, कैप  प्राइस से 14.80 गुना ज्यादा है. एनवायरो इन्फ्रा इंजीनियर्स सरकारी प्राधिकरणों/निकायों के लिए जल तथा अपशिष्ट जल उपचार संयंत्रों और जल आपूर्ति योजना परियोजनाओं के डिजाइन, निर्माण, संचालन तथा रखरखाव में लगी हुई है. 

Enviro Infra Engineers IPO: QIB के पास 50 फीसदी हिस्सा, 35 फीसदी हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के पास

एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स के आईपीओ का 50 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए रिजर्व होगा. वहीं, 15 फीसदी हिस्सा गैर संस्थागत निवेशक (NII) और बचा 35 फीसदी हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व होगा. रिटेल इन्वेस्टर्स कम से कम 101 शेयरों पर अपनी बोली लगा सकते हैं. इसके बाद, उन्हें 101 शेयरों के समूहों में बोली लगानी होगी.

Enviro Infra Engineers IPO: इन चीजों पर खर्च करेगी एनवायरो इंफ्रा

एनवायरो इंफ्रा के RHP के मुताबिक आईपीओ से जुटाई गई रकम अपनी वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने पर खर्च करेगी. इसके अलावा 'मथुरा सीवरेज प्रोजेक्ट' के तहत 60 MLD STP के निर्माण के लिए अपनी सब्सिडियरी को फंड देने, हाइब्रिड एन्युटी-आधारित पीपीपी मॉडल के जरिए 15 साल के लिए संचालन  और रखरखाव में खर्च किया जाएगा. वहीं, जुटाई गई रकम का कुछ हिस्सा लोन चुकाने में भी खर्च किया जाएगा.

(भाषा के इनपुट के साथ)