ECOS Mobility IPO: ड्राइवर के साथ ट्रांसपोर्ट सर्विसेज़ देने वाली कंपनी ECOS (India) Mobility & Hospitality Ltd. का IPO (Initial Public Offer) बुधवार (28 अगस्त) को खुल गया है. दोपहर 12 बजे तक आईपीओ को 0.89 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था. कंपनी का ये OFS (Offer for Sale) आईपीओ 28 अगस्त से खुलकर 30 अगस्त को बंद होगा. कंपनी ने प्राइस बैंड 318-334 रुपये प्रति शेयर तय किया है.

ECOS Mobility IPO में अप्लाई करना चाहिए या नहीं?

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मार्केट गुरु अनिल सिंघवी ने कहा कि इस आईपीओ में अभी बस लिस्टिंग गेन के लिए पैसे लगा सकते हैं. आपको लॉन्ग टर्म के लिए इसे HOLD करना है या नहीं, इसपर तस्वीर लिस्टिंग के बाद साफ होगी. अगर पॉजिटिव-निगेटिव की बात करें तो कंपनी के प्रमोटर्स अनुभवी है. पिछला साल फाइनेंशियल तौर पर मजबूत रहा है. कैश फ्लो भी पॉजिटिव है. असेट लाइट बिजनेस मॉडल है. प्रीमियम बिजनेस पर फोकस से मार्जिन में सुधार होगा. कंपनी के ग्रोथ आउटलुक भी अच्छा दिख रहा है.

क्या हैं निगेटिव बातें?

कुछ निगेटिव बातें ये हैं कि पूरा IPO OFS आधार पर लाया गया है. कंपनी को पैसा नहीं मिलेगा. असंगठित क्षेत्र से इनको बड़ा कॉम्प्टिशन मिलेगा. और कंपनी ने आईपीओ के पहले बस पिछले साल ही मजबूत वित्तीय ग्रोथ दिखाई है. और मौजूदा वित्तीय स्थिति के मुकाबले इनका वैल्युएशन महंगा दिख रहा है. लॉन्ग टर्म का व्यू बनाने के लिए भविष्य की संभावनाओं और गाइडेंस की जरूरत है.

OFS से मिले पैसों का क्या होगा?

कंपनी का आईपीओ पूरी तरह से 601 करोड़ रुपये मूल्य के 1.8 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश (Offer for Sale) है. चूंकि यह एक OFS है, इसलिए दिल्ली स्थित कंपनी को आईपीओ से कोई आय प्राप्त नहीं होगी और इसका पैसा शेयर बेचने वाले प्रमोटर्स को जाएगा. निर्गम आकार का आधा हिस्सा पात्र संस्थागत निवेशकों के लिए, 35 प्रतिशत खुदरा निवेशकों के लिए और शेष 15 प्रतिशत गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए आरक्षित है. निवेशक न्यूनतम 44 इक्विटी शेयरों और उसके बाद इतने ही शेयरों के मल्टीपल में बोली लगा सकते हैं.