Upcoming IPO: अगले हफ्ते कमाई का मौका! खुलेगा DCX Systems का IPO, चेक करें प्राइस बैंड और अन्य डीटेल्स
प्राइस बैंड के लिहाज से एक लॉट में 72 शेयर होंगे. रिटेल निवेशकों को कम से कम एक लॉट के लिए बोली लगानी होनी चाहिए. इसके लिए 14904 रुपए का भुगतान करना होगा. वहीं रिटेल निवेशक अधिकतम 13 लॉट के लिए बोली लगा सकते हैं.
अगले हफ्ते नया पब्लिक इश्यू यानी IPO खुलने वाला है. कंपनी का नाम है DCX Systems, जो IPO के जरिए 500 करोड़ रुपए जुटाना चाहती है. निवेशक IPO में 31 अक्टूबर से पैसा लगा सकते हैं. यह इश्यू 2 नवंबर को बंद हो जाएगा. कंपनी की तरफ से फाइल ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्ट्स (DRHP) के मुताबिक प्राइस बैंड 197 से 207 रुपए प्रति शेयर तय किया गया है.
एक लॉट में कितने शेयर मिलेंगे
प्राइस बैंड के लिहाज से एक लॉट में 72 शेयर होंगे. रिटेल निवेशकों को कम से कम एक लॉट के लिए बोली लगानी होनी चाहिए. इसके लिए 14904 रुपए का भुगतान करना होगा. वहीं रिटेल निवेशक अधिकतम 13 लॉट के लिए बोली लगा सकते हैं. पब्लिक इश्यू में रिटेल निवेशकों के लिए कुल 10 फीसदी कोटा होगा. क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) के लिए 75 फीसदी और गैर-संस्थागत निवेशकों (NIIs) के लिए 15 फीसदी कोटा तय हुआ है.
IPO से कितनी रकम जुटाने की है योजना
कंपनी IPO के जरिए 500 करोड़ रुपए जुटाना चाहती है. इसके लिए 400 करोड़ रुपए के फ्रेश शेयर जारी होंगे. इसमें प्रति शेयर 2 रुपए फेस वैल्यू होगी.IPO में प्रोमोटर भी ऑफर फॉर सेल के जरिए हिस्सेदारी बेचेंगे. DRHP के मुताबिक OFS में 100 करोड़ रुपए की शेयर बिक्री होगी. NCGB होल्डिंग्स और VNG टेक्नोलॉजी कंपनी के प्रोमोटर्स हैं. DCM Systems IPO के लिए एडलवाइज फाइनेंशियल सर्विसेज, एक्सिस कैपिटल और सैफ्रोन कैपिटल एडवाइजर लीडींग बुक मैनेजर्स हैं.
कब होगी DCM Systems IPO की लिस्टिंग
IPO बंद होने के बाद शेयर अलॉटमेंट 7 नवंबर को होगा. रिफंड के शुरुआत 9 नवंबर से होगी और 10 नवंबर तक डीमैट अकाउंट में शेयर आ जाएंगे. बाजार को उम्मीद है कि DCM Systems का शेयर NSE और BSE पर 11 नवंबर को हो सकता है. DCM Systems IPO से मिली रकम का इस्तेमाल कर्ज भुगतान, वर्किंग कैपिटल और अन्य समान्य कॉरपोरेट कार्यों के लिए करेगी.
DCM Systems का कारोबार
DCX Systems देश की इलेक्ट्रॉनिक सब-सिस्टम और केबल हारनेस बनाने वाली दिग्गज कंपनी है. कंपनी ने 2020 में कर्नाटक के बंगलुरू में नया मैन्युफक्चरिंग प्लांट शुरू किया. कंपनी के पास भारत, इजराइल, US और कोरिया में 26 ग्राहक हैं. इन ग्राहकों में फॉर्च्युन 500 कंपनियां भी शामिल हैं. FY22 में कुल आय 683.24 करोड़ रुपए रही, जबकि मुनाफा 128.69 करोड़ रुपए था.