Bajaj Housing IPO Listing: धमाकेदार एंट्री के बाद शेयर में लगा अपर सर्किट, डबल कर दिया निवेशकों का पैसा
Bajaj Housing IPO Listing: बजाज हाउसिंग फाइनेंस के आईपीओ के लिए 66-70 रुपये प्रति शेयर का मूल्य दायरा तय किया गया था. लेकिन इसके मुकाबले शेयर 150 रुपये के भाव पर लिस्ट हुआ, यानी कि जिन्होंने आईपीओ में पैसे लगाए थे और जिन्हें अलॉटमेंट मिली थी, उनके पैसे डबल हो गए.
Bajaj Housing IPO Listing: शेयर बाजार में दिनभर की ट्रेडिंग के इतर 16 सितंबर का दिन एक अलग वजह से भी खास रहा. आज इस साल के सबसे चर्चित IPOs में शामिल Bajaj Housing Finance के IPO की लिस्टिंग हुई है. इस आईपीओ पर सबकी नजरें थीं और इसे जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला था. बजाज हाउसिंग फाइनेंस के आईपीओ के लिए 66-70 रुपये प्रति शेयर का मूल्य दायरा तय किया गया था. लेकिन इसके मुकाबले शेयर स्टॉक एक्सचेंजेज पर 114% प्रीमियम पर यानी कि 150 रुपये के भाव पर लिस्ट हुआ, यानी कि जिन्होंने आईपीओ में पैसे लगाए थे और जिन्हें अलॉटमेंट मिली थी, उनके पैसे डबल हो गए. और इसके बाद शेयर में लिस्टिंग प्राइस के बाद 10% का अपर सर्किट भी लगा (Bajaj Housing Finance stock upper circuit) और शेयर 164 रुपये के भाव पर चला गया.
बजाज हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड के 6,560 करोड़ रुपये के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को 63.60 गुना बार सब्सक्राइब किया गया था. मार्केट गुरु अनिल सिंघवी ने कहा था कि इस आईपीओ में पैसा लिस्टिंग पर डबल होने के पूरे आसार है. उन्होंने अच्छे लिस्टिंग गेन और लॉन्ग टर्म के लिए खरीदने की सलाह दी थी. जो लॉन्ग टर्म निवेशक हैं, वो HOLD करके रखें. शॉर्ट टर्म निवेशक अपने गेन्स बचाने के लिए 125 पर स्टॉपलॉस लगाकर रख सकते हैं.
NSE के आंकड़ों के मुताबिक, आईपीओ में की गई 72,75,75,756 शेयरों की पेशकश के मुकाबले कुल 46,27,48,43,832 शेयरों के लिए बोलियां लगाई गई थीं. पात्र संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) के हिस्से को 209.36 गुना अभिदान मिला जबकि गैर-संस्थागत निवेशकों के खंड को 41.50 गुना अभिदान मिला था. खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों के खंड को 7.02 गुना अभिदान मिला था. बजाज हाउसिंग फाइनेंस के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम को पहले दिन खुलने के कुछ ही घंटों के भीतर पूरा सब्सक्रिप्शन मिल गया था. कंपनी ने प्रमुख (एंकर) निवेशकों से 1,758 करोड़ रुपये जुटाए थे.
आईपीओ में 3,560 करोड़ रुपये तक के नए शेयर और मूल कंपनी बजाज फाइनेंस की तरफ से 3,000 करोड़ रुपये के मौजूदा शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) शामिल हैं. यह शेयर बिक्री भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के नियमों का पालन करने के लिए की जा रही है, जिसके मुताबिक अग्रणी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को सितंबर, 2025 तक शेयर बाजारों में लिस्ट होना जरूरी है.