Akash IPO: BYJU'S की ये सहयोगी कंपनी लाने वाली है आईपीओ, जानिए कब तक आएगा
एडटेक दिग्गज कंपनी बायजू (BYJU'S) की सहयोगी कंपनी आकाश एजुकेशन सर्विसेस लिमिटेड (Aakash Education Services Limited) जल्द ही अपना आईपीओ लाने वाली है. बायजू के बोर्ड ने आकाश का आईपीओ लाने की मंजूरी भी दे दी है.
एडटेक दिग्गज कंपनी बायजू (BYJU'S) की सहयोगी कंपनी आकाश एजुकेशन सर्विसेस लिमिटेड (Aakash Education Services Limited) जल्द ही अपना आईपीओ लाने वाली है. बायजू के बोर्ड ने आकाश का आईपीओ लाने की मंजूरी भी दे दी है. उम्मीद की जा रही है कि करीब 35 साल पुरानी इस कंपनी का आईपीओ अगले साल के मध्य तक आ सकता है. कंपनी ने दावा किया है कि वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी का ऑपरेशनल एबिटा (EBITDA) 900 करोड़ रुपये रह सकता है. वहीं कंपनी का रेवेन्यू 4000 करोड़ रुपये तक रहने की उम्मीद की जा रही है.
325 सेंटर में 4 लाख स्टूडेंट
आकाश एजुकेशन सर्विसेस लिमिटेड देश के सबसे बड़े कोचिंग संस्थानों में से एक है. यहां इंजीनियरिंग और मेडिकल स्टूडेंट्स को टेस्ट की तैयारी कराई जाती है. कंपनी का दावा है कि पूरे देश में आकाश के 325 से भी ज्यादा सेंटर हैं, जिनमें 4 लाख से भी अधिक बच्चे रजिस्टर्ड हैं. कंपनी की तरफ से जारी बयान के मुताबिक आकाश के आईपीओ के लिए जल्दी ही मर्चेंट बैंकर की घोषणा भी कर दी जाएगी. इस आईपीओ से मिले पैसों का इस्तेमाल आकाश के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने और अधिक से अधिक छात्रों तक अपनी पहुंच दिलाने वाली गतिविधियों के लिए किया जाएगा.
बायजू के हाथों बिकने के बाद 3 गुना बढ़ा रेवेन्यू
बायजू ने इस कंपनी को 2021 में खरीदा था. तब से लेकर अब तक यानी करीब 2 सालों में कंपनी का रेवेन्यू तीन गुना बढ़ चुका है. Ken Research के अनुसार 2020-25 के दौरान टेस्ट की तैयारी करवाए जाने के मार्केट का रेवेन्यू 9.3 फीसदी की रफ्तार से बढ़ सकता है. वहीं अगर सिर्फ ऑनलाइन की बात करें तो वह 42.3 फीसदी से भी अधिक की स्पीड से बढ़ सकता है. टेस्ट की तैयारी का मार्केट बढ़ने से सबसे ज्यादा फायदा आकाश और बायजू को होगा.
जनवरी में हुई थी 1 अरब डॉलर की डील
जनवरी 2021 में बायजू ने आकाश को खरीदा था. ये डील 1 अरब डॉलर में हुई थी. बायजू ने सिर्फ आकाश को ही नहीं खरीदा था, बल्कि टॉपर (Toppr) और वाइटहैट जूनियर (WhiteHat Jr) को भी खरीदा था. कोरोना काल में जब सारे स्कूल ऑनलाइन हो गए थे, तब इन एडटेक सर्विसेस की मांग में तगड़ी तेजी देखने को मिली थी. हालांकि, अब ऑनलाइन एजुकेशन की मांग में एक बार फिर से गिरावट देखने को मिल रही है.