बाजार में कोहराम से निवेशकों को लगा तगड़ा झटका, 3 दिन की गिरावट में डूबे ₹12 लाख करोड़
Market Cap: कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों (Crude Oil Price) और डॉलर इंडेक्स (Dollar Index) में मजबूती ने निवेशकों की निराशा को और बढ़ा दिया. 3 दिनों में बीएसई सेंसेक्स 820.2 अंक यानी 1.04% गिरा.
Market Cap: विदेशी संस्थागत निवेशकों की लगातार पूंजी निकासी और तिमाही आय को लेकर चिंताओं के कारण बाजार में 3 दिन से जारी गिरावट से निवेशकों की दौलत 12 लाख करोड़ रुपये घट गई. साथ ही, कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों (Crude Oil Price) और डॉलर इंडेक्स (Dollar Index) में मजबूती ने निवेशकों की निराशा को और बढ़ा दिया. 3 दिनों में बीएसई सेंसेक्स 820.2 अंक यानी 1.04% गिरा.
शुक्रवार को बीएसई सेंसेक्स 241.30 अंक यानी 0.31% गिरकर 77,378.91 पर बंद हुआ. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का इंडेक्स निफ्टी भी 95 अंक यानी 0.40% गिरकर 23,431.50 पर आ गया. तीन दिनों की गिरावट से बीएसई लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 12,07,314.99 करोड़ रुपये घटकर 4,29,67,835.05 करोड़ रुपये पर आ गया.
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भारतीय शेयर बाजार लाल निशान में बंद
भारत के घरेलू बेंचमार्क इंडेक्स हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को लाल निशान में बंद हुए. हालांकि, आईटी सेक्टर 3.44% की बढ़त के बाद हरे निशान में बंद हुआ. सेंसेक्स 241.30 अंक या 0.31% की गिरावट के साथ 77,378.91 पर बंद हुआ और निफ्टी 95 अंक या 0.40% की गिरावट के साथ 23,431.50 पर बंद हुआ.
निफ्टी बैंक 769.35 अंक या 1.55% की गिरावट के साथ 48,734.15 पर बंद हुआ. निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 1,160.15 अंक या 2.08% की गिरावट के साथ 54,585.75 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 472.80 अंक या 2.61% की गिरावट के साथ 17,645.55 पर बंद हुआ.
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निकट भविष्य में जारी रह सकता है कंसोलिडेशन
बाजार के जानकारों के अनुसार, कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों, सप्लाई से जुड़ी चिंताओं और डॉलर इंडेक्स में मजबूती के कारण घरेलू बाजार की धारणा सुस्त रही. जानकारों ने बताया, तीसरी तिमाही के सकारात्मक नतीजों के बाद आईटी सेक्टर (IT Sector) के लचीलेपन के बावजूद, अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों और हाई-वैल्यूएशन के आसपास अनिश्चितताओं के कारण व्यापक सूचकांकों में गिरावट आई. निकट भविष्य में कंसोलिडेशन जारी रह सकता है, फिर भी निवेशक आगे के मार्गदर्शन के लिए अमेरिकी गैर-कृषि पेरोल डेटा पर बारीकी से नजर रख रहे हैं.