MSCI EM Index: चीन को पीछे छोड़ भारत आगे निकला, आएगा हजारों करोड़ का इन्फ्लो
MSCI EM Index: मॉर्गन स्टैनली के इमर्जिंग मार्केट इंडेक्स में भारत का वेटेज चीन के मुकाबले ज्यादा हो गया है. इस इंडेक्स में 24 देशों को शामिल किया गया है. 3355 बड़ी, मझौली तथा छोटी कंपनियों के आंकड़ों के आधार पर इंडेक्स तैयार किया गया है.
MSCI EM Index: मॉर्गन स्टैनली इमर्जिंग मार्केट इंडेक्स में भारत का वेटेज चीन से ज्यादा हो गया है. इसके कारण भारतीय बाजार में बड़े पैमाने पर इन्फ्लो आएगा. दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था वाला देश ओवरऑल सूचकांक में भी चीन को पीछे छोड़ सकता है. MSCI एक अमेरिकी वित्तीय कंपनी है जो यह सूचकांक जारी करती है. इमर्जिंग मार्केट्स की कैटिगरी में 24 देशों को शामिल किया गया है और 3,355 बड़ी, मझौली तथा छोटी कंपनियों के आंकड़ों के आधार पर सूचकांक तैयार किया गया है. ये कंपनियां सभी 24 देशों में कुल फ्री फ्लोट-एडजस्टेड बाजार पूंजीकरण के लगभग 99 फीसदी को कवर करती हैं.
भारत की नई स्थिति चिंताजनक नहीं है
वैश्विक ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली ने एक नोट में कहा कि सूचकांक भार में वृद्धि ज्यादा उत्साह का संकेत हो सकता है या "फ्री-फ्लोट में सुधार और भारतीय कंपनियों की बढ़ती सापेक्ष आय जैसे मूलभूत कारकों के कारण हो सकती है". ब्रोकरेज ने कहा, "भारत के मामले में बुनियादी कारक निश्चित रूप से लागू होते हैं और इस हद तक, उभरते बाजार क्षेत्र में भारत की नई स्थिति चिंताजनक नहीं है." साथ ही उसने कहा कि उभरते बाजार क्षेत्र में भारत उसकी शीर्ष प्राथमिकता बना हुआ है और एशिया-प्रशांत क्षेत्र में दूसरी पसंद है.
गिरावट के कई ट्रिगर, लेकिन बाजार की तेजी पर ब्रेक नहीं
नोट के अनुसार, बाजार में गिरावट के लिए कई संभावित ट्रिगर हैं, लेकिन वे भारतीय इक्विटी में तेजी पर ब्रेक लगाने के लिए पर्याप्त नहीं हैं. सूचकांक में भारत के प्रदर्शन के चरम पर पहुंचने से पहले कुछ और दूरी तय करनी पड़ सकती है. बाजार विश्लेषकों ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था का प्रदर्शन लगातार अच्छा बना हुआ है और वृहद आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है. वित्त वर्ष 2025 में अप्रैल-जून की पहली तिमाही में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) में 47 फीसदी की वृद्धि हुई है. दूसरी ओर, ब्रेंट क्रूड की कीमतों में लगातार गिरावट के साथ अब इसके 73 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आने के संकेत मिल रहे हैं.