आमतौर पर ऐसा माना जाता है कि म्यूचुअल फंड बहुत ही सुरक्षित और एक दायरे में 12-15 फीसदी का रिटर्न सालाना देते हैं. लेकिन, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड के मल्टी असेट फंड कटेगरी ने इस दावे को गलत ठहराते हुए 17 सालों में 26 गुना का रिटर्न निवेशकों को दिया है. मतलब इसकी शुरुआत में निवेश किए गए एक लाख रुपए आज वो 17 साल में 26 लाख रुपए हो गया.

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आंकड़े के मुताबिक, किसी ने अगर एकमुश्त इसमें 10 लाख रुपए 17 साल पहले लगाए होंगे तो वह राशि आज 2.6 करोड़ रुपए हो गई है. वहीं, इसी अवधि में इसके बेंचमार्क निफ्टी 50 इंडेक्स में यह राशि महज 1.5 करोड़ रुपए हुई है. शुरुआत से अब तक इस फंड ने 21.32 फीसदी CAGR की दर से रिटर्न दिया है.

दरअसल, निवेशकों के पास रणनीतिक रूप से असेट अलोकेशन मिक्स होना चाहिए यानी उसमें बैलेंस्ड, स्ट्रक्चर्ड पोर्टफोलियो हो जो अलग-अलग माहौल में बेहतर प्रदर्शन करे. मल्टी असेट कटेगरी इक्विटी में 10-8 फीसदी, डेट में 10-35 फीसदी, गोल्ड और गोल्ड ईटीएफ में 10-35 फीसदी, रिट और इनविट्स में 0-10 फीसदी का निवेश करती है. 

मल्टी असेट का मतलब है कि यह सभी तरह के एसेट्स में निवेश करता है. आईप्रू के मल्टी एसेट में किसी ने 10 हजार रुपए मासिक SIP 2002 से की होगी तो यह राशि 99.53 लाख रुपए हो गई है जबकि निवेश की राशि महज 20.4 लाख रुपए रही है.

इतना रिटर्न इसलिए संभव है, क्योंकि स्कीम का मल्टी कैप का नजरिया इसके इक्विटी निवेश पर होता है. इसका मतलब यह हुआ कि इक्विटी एलोकेशन सभी बाजार चक्रों में होता है यानी संबंधित मूल्यांकन के आधार पर लॉर्ज, मिड और स्माल कैप का समावेश होता है. साथ ही स्कीम उन स्टॉकों और सेक्टरों में निवेश करती है जो लोकप्रिय नहीं होते हैं लेकिन लंबी अवधि में बेहतर प्रदर्शन करते हैं. इस स्कीम ने 5, 10 सालों की अवधि में कभी भी निगेटिव रिटर्न नहीं दिया है.