Harsha Engineers IPO:  प्रीसिजन बेरिंग केज की सबसे बड़ी निर्माता हर्षा इंजीनियर्स इंटरनेशनल (Harsha Engineers International) का इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) बुधवार, 14 सितंबर 2022 से सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है. यह ऑफर 16 सितंबर को बंद होगा. आईपीओ खुलने से एक दिन कंपनी ने एंकर निवेशकों से 225.74 करोड़ रुपये जुटाए हैं. इस आईपीओ के जरिए कंपनी 755 करोड़ रुपए जुटाएगी. इश्यू का प्राइस बैंड 314-330 रुपये  प्रति शेयर है.

एंकर निवेशकों से जुटाए 225.74 करोड़

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Harsha Engineers International ने 13 सितंबर 2022 को एंकर निवेशकों से 225.74 करोड़ रुपये जुटाए हैं. कंपनी ने 330 रुपये प्रति शेयर प्राइस बैंड पर 68.40 लाख इक्विटी शेयर अलॉट किए. एंकर निवेशकों में अमेरिकन फंड्स इंश्योरेंस, गोल्डमैन सैक्स, पाइनब्रिज ग्लोबल फंड्स और अबू धाबी इन्वेस्टमेंट ऑथोरिटी शामिल हैं.

इसके अलावा, व्हाइटओक कैपिटल, HDFC स्मॉलकैप फंड, SBI MF, फ्रैंकलिन म्यूचुअल फंड, यूटीआई इंफ्रास्ट्रक्चर फंड, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, निप्पॉन लाइफ इंडिया ट्रस्टी, ICICI प्रूडेंशियल, डीएसपी स्मॉलकैप फंड और एलएंडटी म्चूयुअल फंड शामिल हैं.

कंपनी का बिजनेस

हर्षा इंजीनियर्स 1986 में बने हर्षा ग्रुप का हिस्सा है.  ग्रुप को इंजीनियरिंग बिजनेस में 35 वर्षों से ज्यादा का अनुभव है. 11 दिसंबर 2010 को प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के तौर पर शुरू हुई. देश के ऑर्गेनाइज्ड सेक्टर में आय के लिहाज से प्रीसिजन बेरिंग केज की सबसे बड़ी निर्माता है. 

लॉट साइज

हर्षा इंजीनियर्स इंटरनेशनल का आईपीओ 14 सितंबर को खुलेगा और 16 सितंबर को बंद होगा. प्राइस बैंड 314-330 रुपये प्रति शेयर है. लॉट साइज 45 शेयर का है. एक लॉट के लिए कम से कम 14,850 रुपये निवेश कर सकते हैं. 455 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू है. OFS 300 करोड़ रुपये है. इश्यू साइज 755 करोड़ रुपये है.

बेरिंग और स्टैम्प्ड कंपोनेंट की प्रीसिजन इंजीनियरिंग बिजनेस में 13 वर्षों से ज्यादा अनुभव है. हर्षा ग्रुप के स्ट्रैटेजिक डायरेक्शन की जिम्मेदारी, मार्केटिंग और कॉरपोरेट फंक्शन में अहम भूमिका है. देश के ऑर्गेनाइज्ड बेरिंग केज सेगमेंट में 50-60% मार्केट शेयर है. पीतल, स्टील और पॉलीएमाइड बेरिंग केज के ग्लोबल ऑर्गेनाइज्ड मार्केट में 6.5% हिस्सा है.