सोने के दामों में (Gold price today) मंगलवार को एक बार फिर गिरावट दर्ज की गई . MCX पर सोना सुबह लगभग 12 बजे के करीब  186.00 रुपये की गिरावट के साथ 43656.00 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया. MCX पर वायदा कारोबार में जून 2020 के लिए सोना 4.00 रुपये प्रति 10 ग्राम की गिरावट के साथ 43385.00 रुपये पर कारोबार कर रहा था. मंगलवार को चांदी (Silver price today) के दामो में तेजी लौटी.चांदी 203.00 रुपये की तेजी के साथ 40001.00 रुपये प्रति किलो पर कारोबार कर रही थी. MCX पर सोमवार को 1,428.00 प्रति किलो की गिरावट देखी गई थी. 

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अंतरराष्ट्रीय बाजार में ये रहे सोने के दाम 

अंतरराष्ट्रीय स्तर की बात करें, तो वहां सोमवार शाम सोने का वैश्विक हाजिर भाव  0.52 फीसद या 8.41 डॉलर की गिरावट के साथ 1,619.75 डॉलर प्रति औंस पर और चांदी का वैश्विक हाजिर भाव 2.94 फीसद या 0.43 डॉलर की गिरावट के साथ 14.04 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेंड कर रहा था. 

घरेलू बाजार रहे बंद 

लॉकडाउन के चलते इन दिनों सोने-चांदी के घरेलू हाजिर बाजार बंद हैं. कोरोना वायरस महामारी के कारण देश में 21 दिन का संपूर्ण लॉकडाउन लागू है. इस लॉकडाउन के चलते आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियां बंद पड़ी हैं. इसी कारण हाजिर सोने के बाजार सोमवार को भी बंद रहे हैं. कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए इसकी संक्रमण की चेन को तोड़ना आवश्यक है, जिसके लिए केंद्र और राज्य सरकारों ने लॉकडाउन की घोषणा की है

सोने में निवेश बना सुरक्षित विकल्प 

कोरोनावायरस (Coronavirus) के प्रकोप के कारण पूरी दुनिया के फाइनेंशियल मार्केट की हालत काफी खराब हो चुकी है. भारतीय शेयर बाजार में बड़ी ऐतिहासिक गिरावट दर्ज की गई है. ऐसे में जब निवेशक कोरोना वायरस के प्रकोप से बुरी तरह घबराए हुए हैं और बाजार भारी उठापटक के दौर से गुजर रहा है, सोना निवेश का सबसे सुरक्षित विकल्प बन रहा है. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) ने कहा है कि सोना ऐसे संकट के समय में जरूरी नकदी और तरलता उपलब्ध करा सकता है, जिसमें साख का भी कोई जोखिम नहीं है और यह आपके समूचे पोर्टफोलियो के प्रदर्शन को भी बेहतर बना सकता है.

मुद्रास्फीति से बचा सकता है सोना 

डब्लयूजीसी की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि सोना शेयर, बॉन्ड और व्यापक आधार वाले पोर्टफोलियो का अनुपूरक हो सकता है. इसमें किसी भी प्रकार की प्रणालीगत असफलता, मुद्रा अवमूल्यन और मुद्रास्फीति जोखिमों से बचाव और ढाल बनने की पूरी क्षमता है.