Gold Price Today, 12th November: शादी-विवाह के सीजन में सोने-चांदी की खरीदारी बढ़ जाती है और अगर ऐसे में फेस्टिव या वेडिंग सीजन हो तो खरीदारी के साथ-साथ कीमतें भी बढ़ती हैं, लेकिन फिलहाल अगर आपको शादी की शॉपिंग करनी है, तो सस्ते में सोना खरीदा जा सकता है. दरअसल, सोने और चांदी दोनों ही अपने रिकॉर्ड हाई से काफी नीचे फिसल गए हैं. डॉलर में मजबूती के चलते अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें लगातार गिर रही हैं, इसका असर वायदा बाजार में तो देखा ही जा रहा है. सर्राफा बाजार में रिटेल भाव भी गिर गए हैं.

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अगर मंगलवार (12 नवंबर) को वायदा बाजार का कारोबार देखें तो गोल्ड फ्यूचर इस दौरान 18 रुपये की गिरावट के साथ 75,333 रुपये प्रति 10 ग्राम पर चल रहा था. कल ये 75,351 के भाव पर बंद हुआ था. चांदी 68 रुपये की गिरावट के साथ 89,114 रुपये प्रति 1 किलोग्राम पर चल रही थी, जोकि कल के सेशन में 89,182 रुपये पर बंद हुई थी.

सर्राफा बाजार में कितना गिरा भाव

अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कमजोरी के रुख के बीच राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोमवार को सोना 450 रुपये की गिरावट के साथ 79,550 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया. शुक्रवार को सोना 80,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. चांदी की कीमत भी 600 रुपये टूटकर 94,000 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई, जबकि पिछले कारोबारी सत्र में इसका भाव 94,600 रुपये प्रति किलोग्राम था. 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत भी 450 रुपये घटकर 79,150 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई. शुक्रवार को यह 79,600 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी. 

22kt, 24kt Gold के भाव

IBJA (India Bullion & Jewellers Association Ltd.) के मुताबिक अगर हर 1 ग्राम पर सोने के दाम देखें तो 24KT Gold 7,684, 22KT सोना 7,684 रुपये, 20KT सोना 7,500 रुपये, 18KT सोना 6,224 और 14KT सोना 4,956 रुपये पर मिल रहा है. सर्राफा बाजार में सोमवार को हर 10 ग्राम पर 999 क्वॉलिटी का सोना 76,840, 995 का 76,532, 916 का 70,385, 750 का 57,630 और 585 का 44,951 रुपये पर क्लोजिंग हुई थी.

एलकेपी सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष शोध विश्लेषक (जिंस और मुद्रा) जतीन त्रिवेदी ने कहा, ‘‘सोने की कीमतें कम हो रही हैं, कॉमेक्स में गिरावट है, अभी का भाव शुक्रवार के 2,685 डॉलर के बंद भाव से नीचे है क्योंकि डॉलर इंडेक्स में मजबूती से पीली धातु पर दबाव पड़ रहा है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘डोनाल्ड ट्रंप की चुनावी जीत के बाद अमेरिकी बॉन्ड की कीमतों में बढ़ोतरी से सर्राफा में सुधारात्मक रुझान को बढ़ावा मिल रहा है.’’