सोना पिछले कुछ दिनों से तेजी की ओर है. सिर्फ अगस्त महीने में ही अब तक सोने में 5000 रुपये की तेजी देखी जा चुकी है. इस साल की शुरुआत से लेकर अब तक सोने के दाम में करीब 24 प्रतिशत का इजाफा हो गया है. अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वार की वजह से सोने को काफी सपोर्ट मिला है. सुरक्षित निवेश के साधन के तौर पर सोने की मांग बढ़ती चली जा रही है. इसके अलावा डॉलर के मुकाबले रुपये में जो ट्रेंड है उसमें लगातार कमजोरी का रुझान है. 

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एसपीडीआर जो एसएंडपी ग्लोबल की सब्सिडियरी कंपनी है, इसमें सोने की लगातार खरीद जारी है. इससे सोने के वायदा कारोबार को काफी हद तक बूस्टर डोज मिलता दिख रहा है. अगर गोल्ड ईटीएफ की बात करें तो इसमें भी सोने की खरीदारी काफी हद तक जारी है. सोने में अगर 2015 से लेकर 2019 की बात करें तो जहां सोना 2015 में 26343 रुपये पर खड़ा था, आज यह 39300 के लेवल को भी पार कर गया.

सोने में अगर इजाफा बरकरार रहा तो इससे जुड़ी कंई कंपनियों को इसका फायदा मिलेगा. इसमें मणप्पुरम फाइनेंस की बात करते हैं. कंपनी की कुल कमाई का करीब 74 प्रतिशत हिस्सा गोल्ड लोन से आता है. कंपनी के पास करीब 64 टन सोने के रिजर्व पड़े हैं. साथ ही करीब 12000 करोड़ का गोल्ड एयूएम भी है. इसलिए सोने की तेजी का इस कंपनी पर काफी असर देखने को मिलेगा. 

एक और कंपनी जिसको फायदा होगा वह है मुथूट फाइनेंस. 131 साल पुरानी कंपनी है. कंपनी की 4500 से ज्यादा ब्रांच हैं. साल 2017-18 के दौरान कंपनी के पास कुल 30 हजार करोड़ का गोल्ड लोन एसेट देखा गया था. कंपनी के पास करीब 155 टन सोने का भंडार पड़ा है. सोने में तेजी का असर इस कंपनियों के शेयर पर भी पड़ेगा. यह कंपनी सालाना 8000 करोड़ रुपये कमाने वाली कंपनी है. 

एक और कंपनी एनएमडीसी है जिसे इस तेजी का फायदा मिलेगा. कंपनी ने हाल ही में सोने के खदान में काम शुरू किया है. भारत समेत दुनियाभर में सोने के खदान खरीदने की योजना बनाई है. कंपनी पहले चरण में 450 करोड़ रुपये का निवेश कर चुकी है.