Gold ETF: गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (Gold ETF) में जनवरी में शुद्ध निवेश 200 करोड़ रुपये रहा है. यह सात साल का सबसे ऊंचा स्तर है. दुनिया के विभिन्न हिस्सों में उभरे भू-राजनीतिक तनाव और वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती को देखते हुए निवेशक सुरक्षित विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं. यह लगातार तीसरा महीना रहा जबकि स्वर्ण ईटीएफ (Exchange Traded Fund) में शुद्ध निवेश आया है. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के अनुसार जनवरी में स्वर्ण ईटीएफ में 202 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ. इससे पिछले महीने यह निवेश 27 करोड़ रुपये रहा था.

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नवंबर में इसमें 7.68 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था. हालांकि, अक्टूबर में स्वर्ण ईटीएफ से 31.45 करोड़ रुपये की निकासी की गई थी. सितंबर में इन कोषों में 44 करोड़ रुपये और अगस्त में 145 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था. स्वर्ण ईटीएफ में ताजा मासिक निवेश दिसंबर, 2012 के बाद का सबसे ऊंचा स्तर है. उस समय इसमें 474 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था.

मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट एडवाइजर इंडिया के वरिष्ठ शोध विश्लेषक हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि स्वर्ण ईटीएफ (Gold ETF) में जनवरी में निवेश का प्रवाह काफी मजबूत रहा. दिसंबर के 27 करोड़ रुपये की तुलना में यह काफी अधिक है. दुनिया के विभिन्न हिस्सों में भू राजनीतिक तनाव और वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती की वजह से निवेशक सोने जैसे निवेश के सुरक्षित विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं.

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गोल्ड ईटीएफ सोने में इनडायरेक्ट निवेश का जरिया होते हैं. इनमें किया गया निवेश सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव के आधार पर प्रभावित होता है. गोल्ड ईटीएफ ऐसे उपकरण हैं जो सोने की कीमतों पर आधारित होते हैं. गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स गोल्ड बुलियन परफॉर्मेंस को ट्रैक करते हैं. जब सोने की कीमत बढ़ती है, तो एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड का मूल्य भी बढ़ जाता है और जब सोने की कीमत नीचे जाती है, तो ईटीएफ अपना मूल्य खो देता है.