Stock Market: इस हफ्ते ये फैक्टर्स तय करेंगे बाजार की चाल, जानिए पूरी डीटेल
Stock Market: बाजार की निगाह अमेरिका में बॉन्ड यील्ड्स और डॉलर इंडेक्स के साथ वैश्विक रुझानों पर रहेगी. 2023 की पहली छमाही में बाजार की दृष्टि से अमेरिका में ब्याज दरों का आउटलुक काफी महत्वपूर्ण रहेगा.
Stock Market: शेयर बाजारों की दिशा इस हफ्ते वैश्विक रुझान, घरेलू मोर्चे पर सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के आंकड़ों और विदेशी फंड्स के रुख से तय होगी. एक्सपर्ट्स ने यह राय जताई है. इसके अलावा मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर के लिए पर्चेजिंग मैनेजमेंट इंडेक्स (PMI) के आंकड़े और वाहन बिक्री के मासिक आंकड़े भी बाजार की दिशा को प्रभावित करेंगे. महंगाई की चिंता के बीच अमेरिकी केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दरों में और बढ़ोतरी की आशंका से बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,538.64 अंक या 2.52% नीचे आया.
इन पर रहेगी बाजार की निगाह
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, बाजार की निगाह अमेरिका में बॉन्ड यील्ड्स और डॉलर इंडेक्स के साथ वैश्विक रुझानों पर रहेगी. 2023 की पहली छमाही में बाजार की दृष्टि से अमेरिका में ब्याज दरों का आउटलुक काफी महत्वपूर्ण रहेगा.
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मीणा ने कहा, बाजार अभी जियो-पॉलिटिकल स्थिति पर अधिक प्रतिक्रिया नहीं दे रहा है, लेकिन कोई भी अप्रत्याशित घटनाक्रम-सकारात्मक या नकारात्मक-बाजार के लिए महत्वपूर्ण रहेगा. घरेलू स्तर पर इस सप्ताह हमारे लिए चौथी तिमाही के जीडीपी आंकड़े और वाहन बिक्री के मासिक आंकड़े महत्वपूर्ण रहेंगे. ब्रेंट कच्चे तेल (Brent Crude Oil) की चाल और रुपये-डॉलर का उतार-चढ़ाव भी बाजार के लिए महत्वपूर्ण रहेगा.
मैक्रो इकोनॉमिक डाटा पर नजर
रेलिगेयर ब्रोकिंग के वाइस प्रेसिडेंट टेक्निकल रिसर्च अजित मिश्रा ने कहा, नए माह की शुरुआत के साथ निवेशकों की निगाह महत्वपूर्ण मैक्रो इकोनॉमिक डाटा पर रहेगी. GDP और बुनियादी क्षेत्र के आंकड़े 28 फरवरी को आएंगे. इसके अलावा पीएमआई मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर के आंकड़े क्रमश: 1 मार्च और 3 मार्च को आएंगे. मिश्रा ने कहा कि वाहन बिक्री के मासिक आंकड़े एक मार्च को आएंगे. घरेलू आंकड़ों के साथ वैश्विक बाजार का प्रदर्शन, कच्चे तेल के दाम और रुपये का उतार-चढ़ाव भी बाजार के लिए महत्वपूर्ण रहेगा.
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा कि अमेरिका और रूस के बीच ‘शीत युद्ध’ (Cold War) फिर शुरू होने के बीच बाजार में तमाम तरह की आशंकाएं पैदा हुई हैं. नायर ने कहा, हालांकि, इसका अल्पकालिक असर होगा. लेकिन रूस पर प्रतिबंधों से खाद्य और तेल निर्यात पर पड़ने वाले असर को लेकर चिंता बनी हुई है.
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(भाषा)