आम लोगों के लिए अच्छी खबर है. अक्टूबर से घरेलू गैस कीमतों में कमी आ सकती है. दो साल बाद ऐसा होगा, जब घरेलू गैस की कीमत में कटौती होगी. गैस की कीमत जो अप्रैल 2019 में 3.69 डॉलर थी, वह घटकर अब 3.52 डॉलर प्रति यूनिट हो सकती है. यानी नई दरें जो आएंगी, उसमें करीब साढ़े चार प्रतिशत की कटौती देखने को मिल सकती है. पिछले चार बार से गैस की कीमत में बढ़ोतरी ही हो रही है. इससे पहले साल 2017 में कीमतों में कटौती हुई थी, उसके बाद से बढ़ोतरी ही दर्ज की गई है. 

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आपको बता दें कि 1 नवंबर 2014 से गैस प्राइस फॉर्मूला लागू होगा, जिसके तहत नई कीमतें तय की जाएंगी. यह कीमत अमेरिका, रूस, कनाडा और ब्रिटेन में कीमतों के औसत के आधार पर तय की जाएगी. हालांकि इस कटौती से ओएनजीसी, ऑयल इंडिया, रिलायंस, वेदांता, गेल जैसी कंपनियों को नुकसान होने की उम्मीद है.

इसके अलावा सेरामिक्स की कीमतों में इससे कमी आ सकती है. इस वजह से निटको, कजारिया सेरामिक्स, सोमेनी सेरामिक्स जैसे शेयरों में इसका असर देखने को मिलेगा. गैस की कीमतों में कटौती हुई तो सीएनजी और पीएनजी की कीमतें घटेंगी. इससे आईजीएल, गुजरात गैस, महानगर गैस, अदानी गैस पर कीमत घटने का असर देखने को मिल सकता है. 

जो कंपनियां रॉ मटीरियल के तौर पर इसका इस्तेमाल करती हैं उनके लिए फायदे की बात है. इनकी लागत घटने की बात की जा रही है. इसमें आरसीएफ, एनएफएल, चंबल फर्टिलाइजर और एफएसीटी की लागत में कमी आने की उम्मीद है.

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इसके अलावा घरेलू गैस की कीमत घटने से देश में बिजली की कीमतें भी घटेंगी. पावर कंपनियों में टोरेंट पावर, एनटीपीसी, टाटा पावर, जीवीके पावर जैसी कंपनियों पर भी कीमतों में कमी का असर देखने को मिल सकती है.