फॉरेन पोर्टफोलियो इन्‍वेस्‍टर्स (FPIs) ने वित्‍त वर्ष 2023 में 37 हजार करोड़ से ज्‍यादा की बिकवाली की है. 1993 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है. जब लगातार दूसरे वित्‍त वर्ष FPIs ने बिकवाली की है. विदेशी निवेशक आंकड़ों के मुताबिक, पिछले वित्‍त वर्ष के दौरान विदेशी निवेशकों की ओर से आईटी, ऑयल एंड गैस और बैंकिंग व फाइसेंस से सबसे ज्‍यादा आउटफ्लो देखने को मिला. हालांकि, इससे उलट FMCG, कैपिटल गुड्स और हेल्‍थकेयर में तगड़ा इनफ्लो आया. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

FY23 में  FPIs पोर्टफोलियो के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले वित्‍त वर्ष FPIs ने  कुल  37632 करोड़  रुपये बिकवाली की . IT सेक्टर में सबसे ज्‍यादा 51,138 करोड़ की बिकवाली हुई. विदेशी निवेशक पिछले 2 साल में IT सेक्टर में 1 लाख  करोड़  से  ज्‍यादा निकाल चुके हैं. इससे पहले, FY22 में  FPIs ने  1.4 लाख करोड़ की रिकॉर्ड बिकवाली की थी. 1993 के बाद यह पहली बार है जब FPIs ने लगातार 2 वित्‍त वर्ष में बिकवाली की है. वित्‍त वर्ष 2023 के दौरान IT के अलावा FPIs ने ऑयल एंड गैस से 37674 करोड़ और बैंकिंग व फाइनेंशयल सर्विसेज सेक्‍टर से 29921 करोड़ रुपये बाहर निकाले. 

FMCG और  Capital goods में इनफ्लो 

FY23 में  FPIs पोर्टफोलियो के आंकड़ों के मुताबिक, बीते वित्‍त वर्ष नेट आउटफ्लो के बावजूद निवेशकों ने FMCG, Capital goods और Healthcare में जमकर पैसा लगाया. आंकड़ों के मुताबिक, FPIs  ने FMCG में 17180 करोड़, कैपिटल गुड्स में 17419 करोड़ और हेल्‍थकेयर में 16145 करोड़ रुपये निवेश किया. 

 

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें