FPI selling: सितंबर में शुरू हुई एफपीआई (FPI) की बिकवाली अक्टूबर में भी जारी है. जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार ने ये बात कही है. एनएसडीएल (NSDL) के आंकड़ों के मुताबिक, एफपीआई ने 13 अक्टूबर तक स्टॉक एक्सचेंजों के जरिए 13,652 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची. लेकिन उन्होंने इसी अवधि के दौरान प्राथमिक बाजार और अन्य के माध्यम से 3,868 करोड़ रुपये का निवेश भी किया, जिससे शुद्ध बिक्री का आंकड़ा 9,784 करोड़ रुपये हो गया.

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अमेरिकी बॉन्ड यील्ड (US Bond Yields) में निरंतर बढ़ोतरी एफपीआई की बिकवाली का प्रमुख कारण है. उन्होंने कहा कि एफपीआई ने फाइनेंस, बिजली और आईटी में बिकवाली जारी रखी और कैपिटल गुड्स और ऑटोमोबाइल में खरीदारी की.

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भारतीय बाजार कई चुनौतियों के बीच भी मजबूती से खड़ा है और इसलिए, एफपीआई के बीच यह चिंता बढ़ रही है कि अगर वे बिकवाली जारी रखते हैं, तो वे भारतीय बाजार में संभावित रैली से चूक जाएंगे. उन्होंने कहा, इससे एफपीआई आने वाले दिनों में भारी बिकवाली करने से रुक सकता है.

हालांकि, अगर इज़राइल-हमास संघर्ष बढ़ता है और कच्चे तेल (Crude Oil) में उछाल आता है, तो वे बेचना जारी रख सकते हैं. उन्होंने कहा, अनिश्चितता का स्तर ऊंचा है.

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