Foreign Portfolio Investment: विदेशी निवेशकों ने मार्च 2023 में अभी तक भारतीय इक्विटी में 11,500 करोड़ रुपये का निवेश किया है. इसमें अदानी ग्रुप (Adani Group) की कंपनियों में अमेरिका स्थित जीक्यूजी पार्टनर्स (GQG Partners) के बड़े निवेश का प्रमुख योगदान है. एक्सपर्ट्स ने कहा कि अमेरिका स्थित बैंकों- सिलिकॉन वैली बैंक (Silicon Valley Bank) और सिग्नेचर बैंक (Signature Bank) के डूबने के बाद आने वाले दिनों में एफपीआई सतर्क रुख अपना सकते हैं. डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने 17 मार्च तक भारतीय इक्विटी में 11,495 करोड़ रुपये का निवेश किया.

जनवरी में ₹28852 करोड़ और फरवरी में ₹5294 करोड़ रुपये की हुई निकासी

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इससे पहले एफपीआई ने फरवरी में 5,294 करोड़ रुपये और जनवरी में 28,852 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी की थी. दिसंबर 2022 में एफपीआई ने शुद्ध रूप से 11,119 करोड़ रुपये का निवेश किया था. जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, ”इसमें (मार्च में आवक) चार अडाणी शेयरों में जीक्यूजी द्वारा 15,446 करोड़ रुपये का थोक निवेश शामिल है.”

यदि इस निवेश को हटा दें तो एफपीआई द्वारा इक्विटी में जोरदार बिकवाली का संकेत मिलता है. एफपीआई ने साल 2023 में अभी तक इक्विटी में शुद्ध रूप से 22,651 करोड़ रुपये की बिकवाली की है.

एफपीआई ने 10 मार्च तक किया था 13,536 करोड़ रुपये का निवेश

बताते चलें कि आंकड़ों के मुताबिक 10 मार्च तक एफपीआई (FPI) ने भारतीय शेयर बाजारों में 13,536 करोड़ रुपये का निवेश किया था. विजयकुमार ने कहा, इस निवेश में जीक्यूजी द्वारा अदानी ग्रुप की कंपनियों में किया गया 15,446 करोड़ रुपये का बड़ा निवेश शामिल है.

भाषा इनपुट्स के साथ