विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) का भारतीय शेयर बाजारों में निवेश का सिलसिला जारी है. उन्होंने जून में अबतक भारतीय शेयर बाजारों में 9,800 करोड़ रुपए डाले हैं. भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूत वृद्धि तथा शेयरों के आकर्षक मूल्यांकन की वजह से विदेशी निवेशक भारतीय बाजारों में पैसा लगा रहे हैं. इससे पहले उन्होंने मई में शेयरों में 43,838 करोड़ रुपए डाले थे. यह उनके निवेश का नौ माह का उच्चस्तर था.

अप्रैल में FPI का आंकड़ा

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अप्रैल, 2023 में शेयरों में उनका निवेश 11,630 करोड़ रुपए और मार्च में 7,936 करोड़ रुपए रहा था. इससे पहले जनवरी-फरवरी में उन्होंने शेयरों से 34,000 करोड़ रुपए निकाले थे. मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट निदेशक-प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘भारतीय शेयर बाजार लगातार चढ़ रहे हैं. ऐसे में आगे एफपीआई के लिए मूल्यांकन चिंता का विषय हो सकता है. साथ ही सख्त नियामकीय नियमों की वजह से भी भारतीय बाजार में विदेशी कोषों के प्रवाह पर कुछ अंकुश लग सकता है.’’

2023 में अब तक 39000 करोड़ रुपए की खरीदारी

डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, एक से नौ जून के दौरान एफपीआई ने शेयरों में शुद्ध रूप से 9,788 करोड़ रुपए डाले हैं. शेयरों के अलावा एफपीआई ने समीक्षाधीन अवधि में ऋण या बॉन्ड बाजार में 592 करोड़ रुपए का निवेश किया है. इस साल अबतक विदेशी निवेशक शेयरों में 39,000 करोड़ रुपए और बॉन्ड बाजार में 8,100 करोड़ रुपए लगा चुके हैं.

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