प्राइवेट सेक्टर के बैंक Yes Bank के शेयर में गुरुवार को अचानक बड़ी तेजी देखने को मिली. ग्लोबल इन्वेस्टर के निवेश की खबरों से शेयर ने 35 फीसदी तक की छलांग लगाई. चंद मिनटों में निवेशक मालामाल हो गए. एक आंकड़े के मुताबिक, मिनटों में 4500 करोड़ रुपये का फायदा हुआ है. हांगकांग की कंपनी से करीब 8,520 करोड़ रुपए का इन्वेस्टमेंट ऑफर मिलने की खबर से बैंक का मार्केट कैप 4,500 करोड़ रुपए बढ़ गया.

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सिर्फ एक घंटे में 19 हजार करोड़ पहुंचा मार्केट कैप

सिर्फ एक घंटे में 14,455 करोड़ रुपए से बढ़कर 19 हजार करोड़ रुपए पहुंच गया. हालांकि, कारोबार के अंत में बैंक शेयर (23.77%) चढ़कर 70.30 के स्तर पर बंद हुआ. यस बैंक की इस तेजी के बाद अब क्या करना चाहिए. इसी को लेकर ज़ी बिज़नेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी ने कमाई का मंत्र दिया है. 

क्या है अनिल सिंघवी की राय

अनिल सिंघवी के मुताबिक, यस बैंक एक मात्र प्राइवेट सेक्टर बैंक है जो अपनी बुक वैल्यू से नीचे ट्रेड कर रहा है. यस बैंक को लेकर कुछ तो दिक्कतें हैं, इसलिए वो मार्केट वैल्यूएशन नहीं दे रहा है. सवाल ये नहीं है कि बड़ा विदेशी निवेशक आ रहा है. 8000 करोड़ बैंक में निवेश से यस बैंक की थोड़ी समस्याओं को दूर करेगी. वहीं, निवेशकों का भरोसा बढ़ेगा. लोगों का कॉन्फिडेंस बैंक की सबसे बड़ी समस्या है. इस डील में सबसे अहम चीज है कॉन्फिडेंस है. यस बैंक के लिए ये बहुत बड़ी रीरेटिंग वाला फैसला हो सकता है. 

किस प्राइस पर होनी चाहिए डील?

अनिल सिंघवी के मुताबिक, डील जो भी होनी चाहिए वो QIP के भाव से नीचे स्टेक नहीं देना चाहिए. ऊपर देना चाहिए. क्योंकि, बैंक में बड़ी हिस्सेदारी बेची जा रही है. कोई निवेशक बाजार से नहीं ले रहा है. मौजूदा भाव के बाद अब यस बैंक 80-85 रुपए के भाव तक जा सकता है. यस बैंक के लिए यह डील गेमचेंजर साबित होगा. लेकिन, अगर शेयर प्राइस नीचे आई तो दिक्कत हो सकती है. यस बैंक के लिए प्राइसिंग, बड़ा इन्वेस्टर, बड़ा अमाउंट आना सबसे इंपोर्टेंट है.

बता दें कि करीब 15 साल पहले शुरू हुआ यस बैंक संकट के दौर से गुजर रहा है. सिर्फ एक साल में यस बैंक के निवेशकों को 90 फीसदी से अधिक का नुकसान हो गया है. वहीं, शेयर भी 400 रुपए से लुढ़ककर 40 रुपए के स्‍तर पर आ गया था. इस दौरान बैंक के मार्केट कैप में भी 70 हजार करोड़ रुपए से अधिक की गिरावट आई है.