भारत में शेयर बाजार में मुहुर्त ट्रेडिंग की परंपरा बदस्तूर चली आ रही है. इस बार बंबई शेयर बाजार और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में 7 नवंबर को दीपावली के दिन 90 मिनट तक मुहूर्त ट्रेडिंग होगी. बीएसई और एनएसई में शाम पांच बजे मुहूर्त ट्रेडिंग शुरू होगी, जबकि आम निवेशक साढ़े पांच से साढ़े छह बजे के बीच शेयर खरीद या बेच सकते है.

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मुहूर्त ट्रेडिंग शुरू होने से पहले बीएसई में लक्ष्मी पूजन का कार्यक्रम होगा. शेयर बाजार द्वारा दी जानकारी के मुताबिक मुहुर्त ट्रेडिंग शाम पांच बजे शुरू होगी और शुरुआती 15 मिनट में ब्लॉक डील सेशन होगा. उसके बाद प्री-ओपेन सेशन होगा और फिर एक घंटे सामान्य ट्रेडिंग चलेगी. शाम 6.30 से 6.40 तक कूलिंग पीरियड रहेगा. दिवाली के दिन इक्विटी डेरिवेटिव, कमोडिटी डेरिवेटिव और करेंसी डेरिवेटिव में भी ट्रेडिंग होगी. 

क्या है मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा

मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा सौ साल से भी अधिक समय पुरानी है और समय के साथ कारोबारियों में इस परंपरा के प्रति श्रद्धा और विश्वास बढ़ता गया. भारत में कारोबारी वर्ग दिवाली के दिन को नये वर्ष या नव संवत के रूप में मनाता है. माना जाता है कि इस दिन किसी काम की शुरुआत का सबसे अच्छा समय होता है. खासतौर से अगर किसी कारोबारी या व्यापारी गतिविधि की शुरुआत हो.

दिवाली के दिन धन की देवी लक्ष्मी और विघ्न रहने वाले देवता गणेश की पूजा होती है. जाहिर तौर पर शेयर बाजार से अधिक इन दोनों देवाताओं के महत्व को कौन समझता होगा, जहां कदम कदम पर धन की संभावना और विघ्न की आशंका दोनों हैं.