कोरोनावायरस (Coronavirus) के प्रकोप के चलते वैश्विक अर्थव्यवस्था पर मंदी के खतरे के देखते हुए कच्चे तेल (Crude Oil) की घटती मांग के बीच तेल बाजार पर वर्चस्व की लड़ाई एक बार फिर तेज हो गई है. तेल निर्यातक देशों के समूह ओपेक (OPEC) द्वारा कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती कर बाजार में संतुलन बनाने के लिए रूस को मनाने में विफल रहने के बाद ओपेक के प्रमुख सदस्य सऊदी अरब (Saudi Arabia) ने सस्ते दाम पर तेल बेचने का फैसला लिया है जिसके कारण क्रूड ऑयल के दाम काफी नीचे आ गए हैं. हालांकि जानकार बताते हैं कि तेल के इस खेल में असल किरदार अमेरिका और रूस हैं.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हालांकि, इन सब के बीच आज बुधवार को क्रूड के दामों में पिछले दो दिनों से लगातार सुधार देखने को मिला है. आज ब्रेंट क्रूड 38 डॉलर प्रति बैरल के पार चल रहा है. करीब 4 फीसदी की तेजी है. मंगलवार को भी दामों में मामूली बढ़त देखने को मिली थी. एशियाई बाजारों में मंगलवार को कच्चे तेल की कीमतों (Crude Oil Price) में छह प्रतिशत का उछाल आया, जबकि इससे एक दिन पहले सऊदी अरब द्वारा शुरू किए गए कीमत युद्ध के चलते तेल के दामों में भारी गिरावट दर्ज की गई थी.

वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट में 6.1 प्रतिशत की तेजी के साथ 33 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर कारोबार हो रहा था, जबकि ब्रेंट क्रूड 6.6 प्रतिशत बढ़कर 36 डॉलर प्रति बैरल से अधिक हो गया. इससे पहले सोमवार को कच्चे तेल की कीमतों में 1991 के खाड़ी युद्ध के बाद सबसे बड़ी गिरावट आई थी. सऊदी अरब ने अपनी बाजार हिस्सेदारी बनाए रखने के लिए कीमतों में भारी कटौती का ऐलान किया था, जिसके चलते यह गिरावट हुई.

इस बीच खनिज तेल बाजार की दिग्गज कंपनी सऊदी अरामको (Saudi Aramco) ने तेल आपूर्ति बढ़ाने की घोषणा की है. इससे मांग की नरमी से प्रभावित बाजार में आपूर्ति की बाढ़ आने तथा सऊदी अरब और रूस के बीच बाजार में मूल्य गिराने की होड़ बढ़ने की आशंका है.

सऊदी अरामको ने कहा कि वह कच्चे तेल की रोजाना की सप्लाई बढ़ा कर अप्रैल में 1.23 करोड़ बैरल तक ले जाएगी. कंपनी ने शेयर बाजार को दी गयी सूचना में कहा कि वह अप्रैल में अपने ग्राहकों को प्रति दिन 1.23 करोड़ बैरल तेल की आपूर्ति करेगी.

रोजाना 98 बैरल तेल की आपूर्ति

यह दुनिया की सबसे बड़ी तेल निर्यातक है. इस समय वह रोज 98 बैरल तेल की आपूर्ति कर रही है. अप्रैल तक यह 22 लाख बैरल बढ़ जाएगा. सऊदी अरब का कहना है कि वह रोज 1.2 करोड़ बैरल कच्चे तेल का उत्पादन करने की क्षमता रखता है. 

सऊदी अरब ने लाखों बैरल तेल का भंडार भी बना रखा है. इसका उपयोग जरूरत पड़ने पर आपूर्ति बढ़ाने में किया जा सकता है.

ज़ी बिज़नेस LIVE TV देखें:

इससे पहले शुक्रवार को तेल उत्पादक एवं निर्यातक देशों के संगठन (OPEC) और अन्य की बैठक में खास कर रूस के साथ तेल के उत्पादन में कटौती की योजना पर सहमति न बनने से नाराज सऊदी अरब ने पहली अप्रैल से तेल के दाम घटाने की घोषणा कर चुका है.