पंजाब में चालू सीजन में कपास का उत्पादन 18.20 लाख गांठ होने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष में 12.23 लाख गांठ था. पिछले साल के 9.31 क्विंटल प्रति एकड़ के मुकाबले इस बार 10 क्विन्टल प्रति एकड़ का उत्पादन होने की उम्मीद है. भारतीय कपास निगम ने समय रहते हस्तक्षेप किया जिसके कारण 4.36 लाख क्विंटल कपास की खरीद हुई है, जो राज्य की मंडियों में आये कुल उपज का लगभग 20 प्रतिशत भाग है.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

उधर, मजबूत वैश्विक रुझान और स्थानीय मांग बढ़ने से तेल तिलहन बाजार में सरसों, मूंगफली, सोयाबीन, पामोलीन सहित विभिन्न खाद्य तेलों में सुधार दर्ज किया गया. 

अधिकतर तिलहनों के भाव लगभग न्यूनतम समर्थन मूल्य के आसपास बिक रहे हैं. सरकार की ओर से सकारात्मक रुख कायम रहा तो इससे किसान प्रोत्साहित होंगे और देश में तिलहन उत्पादन भी बढ़ेगा. 

विदेशी जिंस एक्सचेंजों में सुधार के रुख की वजह से पिछले सप्ताह सरसों (तिलहन फसल) का भाव पिछले सप्ताहांत के मुकाबले 55 रुपये बढ़कर 4,655- 4,680 रुपये क्विंटल और सरसों तेल 230 रुपये सुधरकर 9,630 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए. 

वनस्पति घी का भाव 50 रुपये के सुधार के साथ 1,050-1,450 रुपये प्रति टिन पर बंद हुआ और तिल मिल डिलिवरी का भाव 200 रुपये बढ़कर 10,000-15,500 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ.

ज़ी बिज़नेस LIVE TV देखें:

मूंगफली (तिलहन फसल) और मूंगफली मिल डिलिवरी गुजरात तेल के भाव 4,460-4,480 रुपये और 11,000 रुपये के मुकाबले 4,505-4,525 रुपये और 11,250 रुपये क्विंटल पर बंद हुए.