बीते शुक्रवार को जब से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कॉर्पोरेट टैक्स और दूसरे टैक्स में बड़ी राहत की अनाउंसमेंट की है, कॉर्पोरेट वर्ल्ड में एक तरह से काफी जोश है. कॉर्पोरेट टैक्स घटने का फायदा बैंकों को भी जबरदस्त मिलने वाला है. आज शेयर बाजार में बैंक और एनबीएफसी के शेयर में इस वजह से तेजी का रुख देखने को मिला. इसकी एक वजह है कि इनका जो ईपीएस है यानी अर्निंग पर शेयर, उसमें सुधार होगा. वित्त वर्ष 2019-20 के लिए माना जा रहा है कि इसमें 11 से 15 प्रतिशत तक का इजाफा होगा. आपको पता है कि सरकार ने कॉर्पोरेट टैक्स को 30 प्रतिशत से घटाकर 22 प्रतिशत कर दिया है.

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एक और वजह ये है कि चूकि इससे कॉर्पोरेट को ज्यादा फायदा होगा तो वहां से डिमांड में भी काफी सुधार आएगा. ऐसे में उन्हें पूंजी की जरूरत पड़ सकती है. इससे जो भी बैंक एक्सपोजर कॉर्पोरेट लैंडिंग में है, वहां पर डिमांड और सुधरती हुई नजर आएगी. बैंकों के मुनाफे में जो सुधार होगा, इससे उनको अतिरिक्त प्रोविजनिंग करने में भी आसानी होगी.

अभी बैंक जिस तरह की समस्या से जूझ रहे हैं या कुछ दिक्कत वाले एसेट हैं जिसके लिए उन्हें अतिरिक्त प्रोविजनिंग करनी पड़ती है. इससे जो एक्स्ट्रा कैपिटल मिलेगा उससे भी बैंकों को काफी ज्यादा फायदा मिलने की उम्मीद है. अगर एक एनालिसिस पर गौर करें तो वित्त वर्ष 2019-20 में जो नतीजे आएंगे, उसमें पांच-छह कंपनियों को फायदा ज्यादा मिलता दिख सकता है. 

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इसकी वजह ये है कि प्रॉफिट के मामले में ये कंपनियां पहले से अच्छा कर रही हैं. इसमें बजाज फाइनेंस की चर्चा की जा सकती है. अगर पुराने टैक्स से कैलकुलेट करें तो वित्त वर्ष 2020 में जो कंपनी का रिजल्ट आएगा उसमें जो कंपनी की आय होगी, वह नए टैक्स के हिसाब से 17.65 प्रतिशत ज्यादा हो सकती है. इसके अलावा इंडसइंड बैंक की जो आय होगी उसमें भी करीब 17 प्रतिशत की ग्रोथ की उम्मीद है. इसके अलावा एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, एक्सिस बैंक और बजाज फिन्सर्व जैसी कंपनियों को काफी ज्यादा फायदा मिलने की उम्मीद है.