कमोडिटी बाजार : सोने में लौटी चमक, जस्ता और तांबा में भी उछाल
कारोबारियों ने अपने सौदों के आकार को बढ़ाया जिससे बृहस्पतिवार को वायदा कारोबार में कच्चा तेल की कीमत 0.37 प्रतिशत की तेजी के साथ 4,297 रुपये प्रति बैरल हो गई.
गुरुवार को रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा में रेपो दर कम किए जाने का असर कमोडिटी मार्केट पर भी देखने को मिला. आज बेस मेटल सहित सभी सौदों में अच्छी लिवाली रही. मांग बढ़ने से सोना, जस्ता, तांबा के दामों में सुधार देखा गया. कृषि उत्पादों के भी अच्छे सौदे हुए.
ग्वारगम में तेजी
हाजिर बाजार में मजबूत निर्यात मांग के बीच व्यापारियों द्वारा अपने सौदों का आकार बढ़ाने में लग जाने से बृहस्पतिवार को वायदा कारोबार में ग्वारगम की कीमत 27 रुपये की तेजी के साथ 8,955 रुपये प्रति 10 क्विंटल हो गई. एनसीडीईएक्स में अप्रैल महीने में डिलिवरी वाले ग्वारगम अनुबंध के भाव 27 रुपये यानी 0.39 प्रतिशत की तेजी के साथ 8,955 रुपये प्रति 10 क्विंटल हो गये जिसमें 14,075 लॉट का कारोबार हुआ.
ग्वारगम के सर्वाधिक सक्रिय मइ्र महीने में डिलिवरी वाले ग्वारगम अनुबंध के भाव भी 19 रुपये यानी 0.21 प्रतिशत की तेजी के साथ 9,090 रुपये प्रति 10 क्विंटल हो गये जिसमें 57,505 लॉट का कारोबार हुआ.
जस्ता की कीमतों में उछाल
घरेलू बाजार में मजबूती के रुख को देखते हुए वायदा कारोबार में बृहस्पतिवार को जस्ता की कीमत 0.27 प्रतिशत की तेजी के साथ 226.60 रुपये प्रति किग्रा हो गई. एमसीएक्स में जस्ता के अप्रैल महीने में डिलिवरी वाले अनुबंध की कीमत 60 पैसे अथवा 0.27 प्रतिशत की तेजी के साथ 226.60 रुपये प्रति किग्रा हो गई. इसमें 7,783 लॉट के लिए कारोबार हुआ.
हाजिर बाजार में उपभोक्ता उद्योगों की मांग में तेजी के कारण कारोबारियों ने ताजा सौदों की लिवाली की जिससे मुख्यत: यहां वायदा कारोबार में जस्ता कीमतों में तेजी आई.
तांबा में सुधार जारी
सकारात्मक वैश्विक संकेतों को देखते हुए कारोबारियों ने अपने सौदों के आकार को बढ़ाया जिससे वायदा कारोबार में बृहस्पतिवार को तांबे की कीमत 0.36 प्रतिशत की तेजी के साथ 448.75 रुपये प्रति किग्रा हो गई. एमसीएक्स में तांबे के अप्रैल महीने में डिलिवरी वाले अनुबंध की कीमत 1.60 रुपये अथवा 0.36 प्रतिशत की तेजी के साथ 448.75 रुपये प्रति किग्रा हो गई. इसमें 12,925 लॉट के लिए कारोबार हुआ.
तांबे के जून महीने में डिलिवरी वाले अनुबंध की कीमत 1.70 रुपये अथवा 0.38 प्रतिशत की तेजी के साथ 452.80 रुपये प्रति किग्रा हो गई. इसमें 102 लॉट के लिए कारोबार हुआ. बाजार विश्लेषकों ने कहा कि विदेशों में मजबूती के रुख तथा हाजिर बाजार की मांग में तेजी आने के कारण मुख्यत: यहां वायदा कारोबार में तांबा कीमतों में तेजी आई.
कच्चातेल वायदा कीमत 0.37 प्रतिशत बढ़ी
मजबूत घरेलू बाजार के रुख को देखते हुए कारोबारियों ने अपने सौदों के आकार को बढ़ाया जिससे बृहस्पतिवार को वायदा कारोबार में कच्चा तेल की कीमत 0.37 प्रतिशत की तेजी के साथ 4,297 रुपये प्रति बैरल हो गई. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में अप्रैल महीने में डिलिवरी वाले कच्चा तेल अनुबंध के भाव 16 रुपये यानी 0.37 प्रतिशत की तेजी के साथ 4,297 रुपये प्रति बैरल हो गये जिसमें 23,875 लॉट का कारोबार हुआ.
विदेशों में सुस्ती के रुख के बावजूद साथ कारोबारियों द्वारा अपने सौदों का आकार बढ़ाने से यहां वायदा कारोबार में कच्चातेल कीमतों में तेजी आई. इस बीच, न्यूयॉर्क मर्केन्टाईल एक्सचेंज में वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) कच्चे तेल का भाव 0.32 प्रतिशत बढ़कर 62.26 डॉलर प्रति बैरल हो गया जबकि बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल का भाव 0.36 प्रतिशत घटकर 69.06 डॉलर प्रति बैरल रह गया.
सोने में लौटी चमक
विदेशों में मजबूती के रुख को देखते हुए कारोबारियों ने ताजा सौदों की लिवाली की जिससे बृहस्पतिवार को वायदा कारोबार में सोना भाव 189 रुपये की तेजी के साथ 31,757 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गये. एमसीएक्स में अपैल महीने में डिलिवरी के लिए सोना वायदा भाव 189 रुपये यानी 0.6 प्रतिशत की तेजी के साथ 31,757 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गये. इसमें 15,339 लॉट का कारोबार हुआ.
इसी तरह जून डिलिवरी का भाव भी 206 रुपये यानी 0.65 प्रतिशत की तेजी के साथ 31,774 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया. इसमें 3,222 लॉट का कारोबार हुआ. वायदा कारोबार में सोना कीमतों में तेजी का कारण घरेलू बाजार में कारोबारियों द्वारा अपने सौदों का आकार बढ़ाना था. वैश्विक स्तर पर सिंगापुर में सोने का भाव 0.19 प्रतिशत की मामूली तेजी के साथ 1,292.53 डॉलर प्रति औंस हो गया.
सट्टेबाजी से सरसों टूटी
रकार की ओर से तेल तिलहन की खरीद शुरु करने में हो रही समस्याओं और वायदा बाजार में सटोरियों के हावी होने से सरसों के भाव टूटने के कारण स्थानीय तेल-तिलहन बाजार में बृहस्पतिवार को सरसों तेल तिलहन कीमतों में कमजोरी के रुख रहा जबकि अधिकांश खाद्य तेलों के भाव मामूली उतार चढ़ाव दर्शाते बंद हुए.
बाजार में सरकारी खरीद में किसानों को कुछ समस्याओं का सामना कर पड़ रहा है और इस मौके पर बाजार में सटोरियों की सक्रियता के कारण तिलहन उत्पादक किसानों को सस्ते दाम पर अपनी फसल बेचने को बाध्य हो रहे हैं. इस स्थिति के सरसों दाना और सरसों दादरी तेल कीमतों में गिरावट आई.
सरसों दाना के भाव 3,800-3,820 रुपये से रुपये घटकर 3,760-3,780 रुपये प्रति क्विंटल रह गई जबकि सरसों दादरी के भाव पहले के 7,650 रुपये से घटकर 7,500 रुपये से प्रति क्विंटल पर बंद हुई.