कमोडिटी बाजार में सोना-चांदी ही अकेली ऐसी कमोडिटी थी जो पिछले कुछ हफ्तों से बाजार पर लगातार अपनी पकड़ मजबूत बनाए हुए थीं, लेकिन फिलहाल इनमें ठहराव देखने को मिल रहा है. हालांकि सोना 33,300 रुपये प्रति ग्राम पर अपनी पकड़ बनाए हुए है. अंतरराष्ट्रीय मार्केट में सोना-चांदी, दोनों में ही तेजी है, लेकिन घरेलू बाजार में इनमें ठहराव है. चांदी की बात करें तो सफेद धातु पर 17 रुपये की चाल नजर आई. 

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अन्य धातु बाजार में मजबूत पकड़ बनाए हुए हैं. निकेल में भी आधे फीसदी का फायदा देखने को मिल रहा है. एल्युमिनियम भी अपनी रफ्तार पकड़े हुए है. हालांकि तांबे में हल्का दबाव देखने को मिल रहा है. 

क्रूड ऑयल में पिछले कुछ दिनों में अच्छी चाल देखने को मिली है. लेकिन सोमवार को खुले बाजार में क्रूड 4066 रुपये के आसपास ट्रेड कर रहा है. जो कि पिछले कारोबार से 0.47 फीसदी नीचे है. नायमैक्स (NYMEX) और ब्रेंट (BRENT) में भी हल्की गिरावट देखने को मिली है. घरेलू बाजार की कीमतों में आधे फीसदी की कटौती देखी जा रही है.

इंडिया निवेश के मनोज जैन ने बताया कि गोल्ड में सुस्त कारोबार देखने को मिल सकता है. बेस मैटल और चांदी में बढ़त देखने को मिल सकती है. मनोज जैन चांदी में लंबी अवधि के निवेश की सलाह देते हैं. 15 दिन से 1 महीने की अवधि के दौरान 41,000 से 41,200 के स्तर फिर से देखने को मिलेंगे. इसलिए निवेश के हिसाब से चांदी बेहतर विकल्प है. इस समय खरीदारी की जा सकती है. 

यूएस-चाइना ट्रेड वार में दोनों देशों में सकारात्मक पहल के चलते चांदी के कारोबार में तेजी के संकेत मिल रहे हैं. इसलिए 10-15 दिन के निवेश में 1000 रुपये तक का फायदा लिया जा सकता है.