नई दिल्ली: पेट्रोल-डीजल की कीमतें रिकॉर्ड हाई पर हैं. रोजाना कीमतों में होने वाले बदलाव के चलते मुंबई में पेट्रोल 90 रुपए के पार पहुंच गया है. तेल की ऊंची कीमतों को रोकने में सरकार से लेकर तेल कंपनियां तक नाकाम हैं. इसी बीच दिल्ली में रविवार को फिर पेट्रोल के दाम में 17 पैसों की बढोतरी के बाद कीमत 82.61 रुपए प्रति लीटर हो गई है. वहीं, डीजल के दामों में 10 पैसे की बढोतरी के बाद दाम 73.97 रुपए प्रति लीटर पहुंच गए हैं. वहीं, मुंबई में पेट्रोल 89.97 रुपए पहुंच गया है. वहीं, डीजल के भाव यहां 78.53 रुपए प्रति लीटर पहुंच गए हैं.

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क्यों बढ रहे हैं दाम

इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल महंगा होने और भारतीय रुपए में आई कमजोरी के चलते पेट्रोल-डीजल के दाम बढ रहे हैं. तेल कंपनियां अपना मार्जिन पूरा करने के लिए तेल के दाम में इजाफा कर रही हैं. दरअसल, रुपये में आई कमजोरी के चलते तेल कंपनियों को क्रूड खरीदने के लिए ज्यादा कीमत चुकानी पडती है. यही वजह है कि रोजाना होने वाले बदलाव में तेल कंपनियां पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इजाफा कर रही हैं.

100 रुपए जा सकता है पेट्रोल

मॉर्गन स्टेनली और बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच ने 2018 के लिए कच्चे तेल के औसत भाव के अनुमान में बढोतरी की है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव पहले ही 3 साल के ऊपरी स्तर पर है. बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच ने अपने अनुमान में 8 डॉलर की बढोतरी की है. 2018 में ब्रेंट क्रूड का औसत भाव 78 डॉलर और WTI क्रूड का औसत भाव 68 डॉलर रहने का अनुमान लगाया है. ऐसे में एक्सपर्ट्स के मुताबिक, पेट्रोल के दाम 100 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच सकते हैं.

रुपए में कमजोरी से बढी चिंता

डॉलर के मुकाबले रुपए में अचानक तेज गिरावट आई है, इसकी वजह से तेल कंपनियों की लागत बढने लगी है और उनको इस लागत का बोझ ग्राहकों पर डालने के लिए पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढोतरी करने पर मजबूर होना पडेगा. अगर रुपए में कमजोरी और बढती है तो पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढोतरी होना लगभग तय हो जाएगा.

ऐसे तय होते हैं पेट्रोल-डीजल के दाम

एनर्जी एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ऑयल मार्केटिंग कंपनियां तीन आधार पर पेट्रोल और डीजल के दाम तय करती हैं. पहला इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड (कच्चे तेल का भाव). दूसरा देश में इंपोर्ट (आयात) करते वक्त भारतीय रुपए की डॉलर के मुकाबले कीमत. इसके अलावा तीसरा आधार इंटरनेशनल मार्केट में पेट्रोल-डीजल के क्या भाव हैं.

क्रूड के दाम में उछाल

पिछले एक महीने में कच्चे तेल की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है. कीमतों में 7 डॉलर प्रति बैरल की तेजी आ चुकी है. ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध से स्थितियां और बिगडी हैं. दरअसल, ईरान के तेल निर्यात में कमी देखने को मिली है, जिसकी वजह से तेल की कीमतों में उछाल आया है. वहीं, पश्चिम एशिया में भी तनाव की वजह से क्रूड के दाम उछाल पर हैं.