फार्मा सेक्टर का ये शेयर देगा 10 सालों में 3000% का रिटर्न, खरीदते ही हो जाएंगे मालामाल!
फार्मा कंपनी कैप्लिन प्वाइंट लैब ने सितंबर, 2009 से लेकर अब तक कंपनी ने 30,162 फीसदी तक का रिटर्न दिया है. सालाना औसत देखें तो करीब 300 प्रतिशत तक का रिटर्न कैप्लिन प्वाइंट के स्टॉक ने दिया है.
शेयर बाजार में अगर मुनाफा ढूंढ रहे हैं तो आपको एक शेयर मालामाल बना सकता है. सिर्फ 10 साल के लिए इस शेयर में निवेश कीजिए और शेयर आपको अर्श से फर्श तक पहुंचा देगा. फार्मा सेक्टर का ये शेयर पिछले लंबे समय से निवेशकों का अच्छा रिटर्न दे रहा है. फार्मा कंपनी कैप्लिन प्वाइंट लैब ने 1990 से अपना कारोबार शुरू किया था.
सितंबर, 2009 से लेकर अब तक कंपनी ने 30,162 फीसदी तक का रिटर्न दिया है. यह अपने आप में बड़ी कामयाबी है. सालाना औसत देखें तो करीब 300 प्रतिशत तक का रिटर्न कैप्लिन प्वाइंट के स्टॉक ने दिया है.
विदेशी बाजार में मांग
कैप्लिन प्वाइंट दो बड़े मार्केट अफ्रिका और लैटिन अमेरिका में अपना कारोबार करती है. इन दोनों देशों में कंपनी के 70 फीसदी से ज्यादा प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट होते हैं. दुनियाभर में इस कंपनी के 2000 से ज्यादा प्रोडक्ट्स यानी दवाइयां सप्लाई होती हैं.
कैप्लिन प्वाइंट कंपनी के प्रोमोटर्स ने लगातार अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है. साल 2012 में प्रोमोटर्स की हिस्सेदारी 57 फीसदी थी जो अब बढ़कर 69.03 फीसदी हो गई है.
इसके अलावा 10 साल में ऑपरेटिंग मार्जिन 11 प्रतिशत से बढ़कर 36 प्रतिशत हो गया है. इसलिए मार्जिन के हिसाब से भी यह कंपनी शानदार प्रदर्शन कर रही है. पिछले 10 सालों में कैप्लिन प्वाइंट लैब ने औसतन 23 प्रतिशत टैक्स का भुगतान किया है.
क्यों चलेगा कैप्लिन प्वाइंट लैब का स्टॉक
कैप्लिन प्वाइंट लैब का स्टॉक लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. यूरोप, ब्राजील और अमेरिका के बाजार में इस कंपनी के अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है. इन तीन बड़े बाजार के लिए कंपनी के 300 से ज्यादा प्रोडेक्ट्स पाइपलाइन में हैं. इन देशों से इंजेक्टेबल की अच्छी डिमांड उठ रही है.
खास बात ये है कि कैप्लिन प्वाइंट लैब की एक यूनिट हिमाचल प्रदेश में शुरू हुई है, जो अगले 2 साल तक टैक्स के दायरे से बाहर रहेगी. इस स्कीम का सीधा असर कंपनी के मुनाफे पर पड़ेगा. यह यूनिट 2011 में शुरू हुई थी. 10 साल के लिए टैक्स में छूट मिली थी.
मिड कैप फार्मा कंपनियों में कैप्लिन प्वाइंट लैब की स्थिति काफी मजबूत है. यह कंपनी कर्ज मुक्त है. कंपनी की बैलेंस शीट में कैश की स्थिति अच्छी है. इस कैश को ही कंपनी आगे के लिए निवेश करती है.
मुनाफे का ट्रेंड भी लगातार बढ़ रहा है. साल 2015 में कंपनी ने 41 करोड़ का मुनाफा कमाया था, जोकि अब बढ़कर 148 करोड़ पर पहुंच गया है.