Budget 2024: शेयर बाजार को क्यों पसंद नहीं आया बजट? क्या अच्छा, क्या खराब? जानिए मार्केट एक्सपर्ट की राय
Market Experts on Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में मोदी 3.0 का पहला बजट पेश किया है. बजट के बाद शेयर बाजार में गिरावट दर्ज की गई है. मार्केट एक्सपर्ट्स ने बजट में अलग-अलग प्रतिक्रिया दी है.
Market Experts on Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के F&O (फ्यूचर एंड ऑप्शन्स) पर एसटीटी (सिक्युरिटी ट्रांजेक्शन) में बढ़ोतरी की घोषणा के बाद शेयर बाजार के प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट आई है. दोपहर के कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 1,266.17 अंक गिरकर 79,235.91 अंक पर आ गया है. निफ्टी 435.05 अंक गिरकर 24,074.20 अंक पर आ गया है. हालांकि, मार्केट्स एक्सपर्ट की बजट पर अलग-अलग राय हैं. कुछ एक्सपर्ट्स ने इसे अच्छा कहा है तो कुछ ने इसे खराब बताया है.
मार्केट एक्सपर्ट अजय बग्गा बजट से निराश, 10 साल बाद बेहद कम बढ़ा स्टैंडर्ड डिडक्शन
मार्केट एक्सपर्ट अजय बग्गा बजट से निराश हैं. उन्होंने कहा है कि शेयर बाजार पर टैक्स बढ़ाना निराशाजनक है. डिपॉजिट्स के लिए उम्मीद थी कुछ अलाउंस आ जाएगी वो कुछ नहीं हुआ है. स्टैंडर्ड डिडक्शन को 50000 से बढ़ाकर 75 हजार किया गया है. 10 साल बाद ये बेहद कम है, लोगों का पैसा आधा हो गया है तो उसमें आप इतनी कम छूट दे रहे हैं. ये जरूर है कि रेवेन्यू एक्सपेंडिचर बढ़ाया है लेकिन, कैपेक्स उतना ही है, जितना अंतरिम बजट में था.'
मार्केट एक्सपर्ट गुरमीत चड्ढा ने बजट को कहा निराशाजनक, LTCG बढाना तर्कसंगत नहीं
मार्केट एक्सपर्ट गुरमीत चड्ढा ने कहा है कि, 'बजट में बैलेंस अच्छा है. लॉन्ग टर्म कैपिटल टैक्स बढ़ाना तर्कसंगत नहीं है. रिस्क कैपिटल और नॉर्मल कैपिटल के बीच अंतर करना चाहिए. रिस्क कैपिटल अर्थव्यवस्था की जरूरत है, इसका लंबा असर पड़ता है. पिछले 10 साल का पैटर्न देखें तो पहले डेट फंड्स से इंडेक्सेशन गया, इसके बाद स्टांप ड्यूटी लाई गई. डिविडेंड पर दोगुना टैक्स लगाया गया है. मुझे लग रहा है कि हम 20 फीसदी लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स की तरफ जा रहे हैं. हालांकि, बाकी बजट के पहलू अच्छे हैं.'
मार्केट एक्सपर्ट सौरभ मुखर्जी ने कहा- 'वित्त मंत्री ने बिल्ली के गले में बांधी घंटी'
मार्केट एक्सपर्ट सौरभ मुखर्जी कहते हैं कि स्टॉक मार्केट पर जो पागलपन चल रहा था उस पर किसी को लगाम लगाना जरूरी था. ऐसे में वित्त मंत्री ने बिल्ली के गले में घंटी बांधी है. इससे स्पेकुलेटिव ट्रेडिंग घटेगी. बेरोजगारी और बेकारी समस्या बेहद गंभीर है. इसके लिए वित्त मंत्री जी ने तरह-तरह की योजनाओं की घोषणा की है. ग्रामीण इलाकों में खर्चा बढ़ाया गया है. साथ ही सोना और चांदी पर फिजूल की ड्यूटी को खत्म किया गया है.'
मार्केट एक्सपर्ट अरुण के मुताबिक, 'सरकार की प्राथमिकता बदल गई है. इनकम टैक्स के लिहाज से वित्त मंत्री ने बेहद सख्त ऐलान किए हैं. साथ ही कहा है कि छह महीने में आपको इनकम टैक्स एक्ट एक नए ढांचे में दिखेगा.'