वित्‍त मंत्री (FM) निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2020 को अपना दूसरा बजट (Budget 2020) पेश करेंगी. बजट से पहले वित्‍त मंत्री उद्योग जगत के दिग्‍गजों से बात कर रही हैं. उनकी राय ले रही हैं. इस बीच, ऑटो सेक्‍टर (Auto Sector) को भी बजट 2020 से काफी उम्‍मीदें हैं. इनमें छोटी कार बनाने वाली कंपनियों को राहत मिलने की उम्‍मीद है. 

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दिसंबर में ऑटो प्रोडक्‍शन और सेल्‍स में 12.5% की गिरावट रही है, ऐसे में सरकार चाहती है कि 2020 ऑटो सेक्‍टर के लिए अच्‍छा साल होना चाहिए. 2019 में सेक्‍टर को काफी धक्‍का लगा है. इसलिए इस बार सरकार बजट 2020 या उसके बाद एक प्रस्‍ताव ला सकती है जिसमें छोटी कारों की सेल बढ़ाने का प्रावधान हो.

प्रस्‍ताव में 10 लाख रुपए से कम कीमत की कारों पर रिबेट या डिस्‍काउंट की एक स्‍कीम तैयार की जा रही है. यह भी प्रस्‍ताव आ सकता है कि डाउन पेमेंट पर स्‍पेशल वन टाइम टैक्‍स रिबेट यानि नई कार की खरीद पर टैक्‍स में छूट दी जाए. इससे अफोर्डेबल ऑटोमोबाइल में बहुत बड़ा बूस्‍ट माना जाएगा. उम्‍मीद है कि यह स्‍कीम अप्रैल 2020 से शुरू होकर दिवाली तक रहे, जिससे ऑटो सेल्‍स में बढ़ोतरी की उम्‍मीद है.

मारुति, टाटा मोटर्स के लिए अच्‍छी खबर

देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) और टाटा मोटर्स (Tata Motors) के लिए यह अच्‍छी खबर होगी क्‍योंकि दोनों कंपनियां 10 लाख रुपए से नीचे की कीमत में कारें बनाती है. टैक्‍स रिबेट से इन कंपनियों की सेल्‍स बढ़ेगी.

इंडिट्रेड कैपिटल के सुदीप बंद्योपाध्‍याय ने बताया कि अगर सरकार ऐसा प्रस्‍ताव लाती है तो यह सरकार की ओर से ऑटो सेक्‍टर के लिए बहुत बड़ा बूस्‍ट होगा. सबसे ज्‍यादा फायदा मारुति उद्योग को मिलेगा. क्‍योंकि वह ऑटो सेक्‍टर में सबसे बड़ी बाजार हिस्‍सेदारी वाली कंपनी है. कंपनी का मार्केट शेयर 50% से ऊपर है. अगर ऐसा प्रस्‍ताव फाइनल है तो मारुति के शेयर अच्‍छा रिटर्न लंबी अवधि में दे सकते हैं.