वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण 5 जुलाई को बजट पेश करेंगी. यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट होगा. बजट पेश होने से पहले 'जी बिजनेस' ने बाजार के दिग्‍गजों से बात की और उनकी राय जानी.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

'जी बिजनेस' के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी ने Elixir Capital के फाउंडर डायरेक्‍टर दीपन मेहता से बात की. उन्‍होंने कहा कि बाजार को बजट से काफी उम्‍मीद है. मांगें भी बहुत सारी हैं. लेकिन बजट में मार्केट के लिए कुछ खास आने की उम्‍मीद कम है. बाजार के लिए अच्‍छा यही रहेगा कि कोई नया टैक्‍सेशन न लाया जाए. ऐसी खबर है कि स्‍टेट ड्यूटी वापस आ सकती है तो यह बाजार के लिए निगेटिव होगा.

सरकार का फोकस बाजार में नकदी तरलता बढ़ाने पर

मेहता ने कहा कि सरकार का फोकस बाजार में नकदी तरलता बढ़ाने पर है. साथ ही NBFC की अवस्‍था सुधारने के लिए भी कदम उठाने पर है. इस बार बजट के दौरान शेयर बाजार में तेजी कम रहने की संभावना है.

डेट क्राइसिस खत्‍म करना होगा

दीपन मेहता ने कहा कि डेट क्राइसिस खत्‍म होने के बाद ही बाजार में सुधार होने की उम्‍मीद है. जिन निवेशकों को बाजार में गिरावट से नुकसान हुआ है, इससे उनका सेंटिमेंट निगेटिव हो गया है.

फरवरी में आया था अंतरिम बजट

आपको बता दें कि इस साल लोकसभा चुनाव के कारण फरवरी में तत्कालीन वित्तमंत्री पीयूष गोयल ने अंतरिम बजट पेश किया था. नरेंद्र मोदी सरकार के दोबारा सत्ता में आने के बाद मंत्रिमंडल की पहली बैठक में 17वीं लोकसभा का पहला सत्र 17 जून से शुरू करने को मंजूरी दी थी. संसद के चालू सत्र का समापन 26 जुलाई को होगा.