BSE सेंसेक्स में 80 अंक की गिरावट, बैंकिंग शेयर ढाई प्रतिशत तक लुढ़के
बंबई शेयर बाजार (BSE) का सेंसेक्स गुरुवार को 80 अंक टूट गया. मुख्य रूप से बैंकिंग और आईटी कंपनियों के शेयरों में गिरावट रही. हालांकि, वाहन कंपनियों के शेयर सुधर गए.
बंबई शेयर बाजार (BSE) का सेंसेक्स गुरुवार को 80 अंक टूट गया. मुख्य रूप से बैंकिंग और आईटी कंपनियों के शेयरों में गिरावट रही. हालांकि, वाहन कंपनियों के शेयर सुधर गए. बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 174 अंक तक चढ़ने के बाद इस स्तर पर टिक नहीं पाया और अंत में 80.32 अंक के नुकसान से 36,644.42 अंक पर बंद हुआ.
कारोबार के दौरान सेंसेक्स 36,898.99 अंक से 36,541.88 अंक के दायरे में ऊंपर नीचे होता रहा. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 3.25 अंक या 0.03 प्रतिशत के लाभ से स्थिर रुख के साथ 10,847.90 अंक पर बंद हुआ.
सेंसेक्स की कंपनियों में एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक, टीसीएस, एचसीएल टेक, कोटक बैंक, एशियन पेंट्स, टेकएम और हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयर 2.67 प्रतिशत तक नीचे आए. वहीं टाटा मोटर्स, ओएनजीसी, यस बैंक, एनटीपीसी, मारुति, महिंद्रा एंड महिंद्रा, वेदांता, टाटा स्टील और बजाज आटो में 7.81 प्रतिशत का लाभ रहा.
केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने संकट में फंसे वाहन उद्योग को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया है. गडकरी ने कहा है कि वह GST में कटौती के मुद्दे पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से बात करेंगे. इससे वाहन कंपनियों के शेयरों में सुधार देखा गया.
गडकरी ने यह भी साफ किया है कि सरकार की पेट्रोल और डीजल वाहनों पर प्रतिबंध लगाने की कोई मंशा नहीं है.
आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के प्रमुख बुनियादी अनुसंधान (निवेश सेवाएं)-एवीपी इक्विटी शोध नरेंद्र सोलंकी ने कहा कि हॉन्गकॉन्ग में विवादास्पद प्रत्यर्पण विधेयक को वापस लिए जाने और अमेरिका और चीन के बीच अक्टूबर में एक और दौर की व्यापार वार्ता पर सहमति बनने से बाजार यहां सकारात्मक रुख के साथ खुले.
हालांकि, क्रिसिल के सकल घरेलू उत्पाद की ग्रोथ रेट का अनुमान घटाए जाने से दोपहर के कारोबार में बाजार नीचे आ गए. उन्होंने कहा कि बाजार को सरकार से कुछ और नीतिगत घोषणाओं का इंतजार है.
अंतर बैंक विदेशी विनिमय बाजार में दिन में कारोबार के दौरान रुपया 23 पैसे की बढ़त के साथ 71.88 प्रति डॉलर पर था. ब्रेंट कच्चा तेल 0.23 प्रतिशत की बढ़त के साथ 60.84 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा था.